दावाग्नि से बचाव को अब ‘पिरूल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन… खरीद की राशि 3 रुपये से बढ़ाकर 50 हुई

दावाग्नि से बचाव को उठाया कदम, 50 करोड़ का corpus fumd से रखा जाएगा

देवभूमि टुडे

देहरादून। उत्तराखंड में वनाग्नि के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पिरूल को वनाग्नि का बड़ा कारण माना जाता है। ऐसे में अब सरकार वनाग्नि रोकने के लिए ‘पिरूल लाओ-पैसे पाओ’ मिशन पर काम कर रही है। 8 मई को देहरादून में बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस मिशन के तहत जंगल की आग को कम करने के उद्देश्य से पिरूल कलेक्शन सेंटर पर 50 रुपये प्रति किलो की दर से पिरूल खरीदा जाएगा।

पहले यह राशि तीन रुपये किलो थी। इस राशि को तीन रुपए से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है। इस मिशन का संचालन POLLUTION CONTROL BOARD करेगा। इसके लिए 50 करोड़ का corpus fund फंड अलग से रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी।
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