ईस्टर पर दिया प्रेम, दया और क्षमा का संदेश

चंपावत जिले में ईसाई धर्म के लोगों ने उल्लास से मनाया ईस्टर का पर्व
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। चंपावत जिले में ईसाई समाज ने ईस्टर का पर्व उल्लास से मनाया गया। ईसाई धर्म के प्रमुख त्योहार ईस्टर में प्रभु यीशु मसीह के पुनरुत्थान की याद में टनकपुर, बनबसा, चंपावत सहित कई जगह प्रार्थनाएं हुईं।
चंपावत की फुलवाड़ी चर्च में पास्टर राजेंद्र लाल ने कहा कि ईस्टर आध्यात्मिक पुनर्जन्म का प्रतीक है। नई शुरुआत, नए संदेश और नई उम्मीद का दिन है। ईस्टर को 20 अप्रैल को श्रद्धालुओं ने प्रभु यीशु के जीवन, बलिदान और पुनरूत्थान पर ध्यान किया। उनके बताए हुए प्रेम, दया, शांति और सदभावना के साथ चलते हुए देश के प्रति वफादार रहने की प्रतीज्ञा ली गई। चंपावत फुलवाड़ी में हुए कार्यक्रम में डेस्मंड बर्कबेक, राजेश सिंह, राजेंद्र सिंह, रोजबेला सिंह, कमला सिंह, शशि सिंह सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग मौजूद थे।
आज से 2 दिन पहले 18 अप्रैल को गुड फ्राइडे था। गुड फ्राइडे प्रभु यीशु के बलिदान की याद दिलाता है। मान्यता के मुताबिक गुड फ्राइडे के तीसरे दिन प्रभु यीशु पुर्नजीवित हुए। और इसके बाद उन्होंने 40 दिनों तक लोगों को प्रेम, दया और क्षमा का संदेश दिया।

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