NH पर रातभर काम…SE का मुआयना…कल से शुरु होगी आवाजाही?

NH पर स्वांला के 106.30 किलोमीटर हिस्से में जल रिसाव और मलबा हटाने के लिए 24 सितंबर से पूरे दिन वाहनों का आवागमन पर प्रतिबंधित
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग सहित चंपावत जिले की कुल 7 सड़कें बंद
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंपावत से टनकपुर के हिस्से में वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध। डेंजर जोन स्वांला (सितारगंज से 106.30 किमी दूर) में दिनरात काम और जल्द से जल्द सड़क सुचारू करने के लिए लोनिवि के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड के अधीक्षक अभियंता अनिल पांगती का मौके पर मुआयना। इन तमाम कवायदों के बावजूद क्या मूसलाधार बारिश के बाद 12 सितंबर से मुसीबत सड़क से आवाजाही शुरू हो सकेगी? ये सवाल अभी तक पहेली बना हुआ है। इसकी वजह है चार मशीनों को रात-दिन लगा मलबा साफ करने के बावजूद 25 सितंबर के तड़के फिर से पहाड़ी से भूस्खलन होना है। वाहनों के आवागमन को लेकर संशय बना हुआ है।
NH पूरे दिन वाहनों का आवागमन पर प्रतिबंधित पूरे दिन वाहनों का आवागमन पर प्रतिबंधित के टनकपुर-चंपावत हिस्से में 12 सितंबर से अवरोध बना हुआ है। 19 सितंबर से सुबह 6 बजे से 12 बजे तक सड़क को मलबा साफ करने के लिए आवागन बंद किया गया। 20 सितंबर से 23 सितंबर प्रतिबंध की समयसीमा दो घंटे और बढ़ा दी गई। वहीं 24 और 25 सितंबर को पूरे दिन वाहनों का आवागमन पर प्रतिबंधित किया गया है। लेकिन बड़ा सवाल यह कि क्या NH का टनकपुर-चंपावत रोड का हिस्सा कल 26 सितंबर से आवाजाही लायक बन पाएगा।
डीएम नवनीत पांडे न केवल मौके पर पैनी नजर बनाए हुए हैं, बल्कि कई बार खुद भी मौके का मुआयना कर सड़क खोलने के नए विकल्प पर मंथन कर रहे हैं। NH खंड के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार और मरम्मत में लगी कंपनी के अधिकारी भी मौके पर हैं। वहीं आज 25 सितंबर को NH खंड के अधीक्षण अभियंता अनिल पांगती ने स्वांला के danger zone का मुआयना किया। उन्होंने सड़क को खोलने के लिए कई सुझाव दिए। साथ ही दीर्घकालिक उपाय पर भी माथापच्ची की गई। एसई पांगती ने कहा कि सड़क जल्द खुले और सुरक्षित व सुचारू आवाजाही प्राथमिकता है। इस वक्त यात्री देवीधुरा होते हल्द्वानी और हल्के वाहनों के जरिए रीठासाहिब से डांडा- सूखीढांग होते हुए आवाजाही कर रहे है। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के अलावा चंपावत जिले की 6 अन्य सड़कें भी बंद हैं।
चंपावत जिले में बारिश का आकड़ा:
चंपावत: 3 मिलीमीटर
बनबसा: 13 मिलीमीटर

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