
नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. जीबी बिष्ट ने विश्व दृष्टि दिवस पर किया जागरूक
देवभूमि टुडे
चंपावत। विश्व दृष्टि दिवस हमें यही सिखाता है कि नियमित रूप से अपनी आँखों की जांच कराएं और नेत्र सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें। संतुलित आहार ले, विटामिन A की प्रचुरता वाली हरी सब्जियां, गाजर, पपीता, पालक आदि खाना आंखों के लिए बहुत लाभदायक हैं। इसके अलावा, पर्याप्त नींद लें। हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए आंखों को आराम देना चाहिए -इसे ही ’20-20-20 नियम’ कहा जाता है। विश्व दृष्टि दिवस (World Sight Day) के मौके पर आज 9 अक्टूबर को नेत्र रोग विशेष और सेवानिवृत्ति मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. जीबी बिष्ट ने ये अहम जानकारी दी।
बताया कि हर वर्ष अक्टूबर माह के दूसरे बृहस्पतिवार को पूरे विश्व में विश्व दृष्टि दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को आंखों के महत्व और दृष्टि की सुरक्षा के प्रति जागरूक करना है। अक्सर लोग आंखों की देखभाल करने में लापरवाही करते हैं। आज के समय में मोबाइल, टीवी और कंप्यूटर का अत्यधिक उपयोग आंखों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन चुका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में करोड़ों लोग दृष्टि संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। जिनमें से लगभग 80% समस्याएं इलाज योग्य या रोकथाम योग्य हैं। यानी कि समय पर ध्यान देने से अधिकांश लोगों की दृष्टि को बचाया जा सकता है। इसके साथ ही हमें अपने आसपास के लोगों को भी नेत्र स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना चाहिए। खासकर बच्चों और बुजुर्गो को, क्योंकि ये वर्ग दृष्टि समस्याओं से अधिक प्रभावित होते हैं। गांवों और स्कूलों में नेत्र जांच शिविर का आयोजन, चश्मा वितरण कार्यक्रम चलाना और आंखों की बीमारियों को लेकर जानकारी देना समाज के लिए अत्यंत आवश्यक है। वहीं इस मौके पर हिमवत्स की ओर से राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुलेठी में आंखों की सुरक्षा के संबंध में जानकारी दी गई।
इस विश्व दृष्टि दिवस पर आंखों की नियमित जांच कराने, उन्हें स्वस्थ रखने के लिए उचित आहार और आदतें अपनाने और दूसरों को भी इसकी प्रेरणा देने का संकल्प भी लिया गया। ‘आंखें हैं तो दुनिया है, इन्हें संभालना हमारी जिम्मेदारी है।’




