स्वांला के पास आए मलबे से साढे़ सात घंटे बंद रहा टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग चंपावत जिले के 16 आंतरिक सड़कें भी बंद
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर साढे़ सात घंटे तक आए मलबे से 216 छोटे-बडे़ वाहन फंसे रहे। स्वांला के पास 5 जुलाई की सुबह 10.12 बजे से बंद सड़क शाम 5.45 बजे खुल सकी। लेकिन सड़क की खराब हालत को देखते हुए सामान्य आवाजाही बंद रही। सिर्फ एनएच पर टनकपुर से चंपावत के बीच फंसे वाहनों को ही निकाला गया। पुलिस और अन्य एजेंसियों ने इन फंसे वाहनों को स्वांला के खतरनाक जगह से निकलवाया। आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक 216 से अधिक जीप, बस, ट्रक और अन्य फंसे वाहनों को करीब तीन घंटे में निकाला जा सका।
प्रशासन ने फंसे यात्रियों को पानी, बिस्कुट, नमकीन सहित जरूरी खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई। मलबे को हटाए जाने के बावजूद स्वांला पर जोखिम होने से रात में एनएच पर सिर्फ इमरजेंसी वाहनों को ही आवाजाही की इजाजत दी जा रही है। इसके अलावा चंपावत जिले के 16 राज्यमार्ग या आंतरिक मार्ग भी बंद हैं। इससे आवाजाही कर रहे लोगों के अलावा ग्रामीणों को दुश्वारी झेलनी पड़ी। शुक्रवार दिनभर अधिकांश समय मूसलाधार बारिश होने से कई जगह दीवार गिरने, रास्ते क्षतिग्रस्त होने की खबर है। मौसम विभाग की ओर से भारी बारिश के पूर्वानुमान के चलते प्रशासन ने 6 जुलाई को इंटर तक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश दिए हैं।