जनवरी 2023 में निर्मित कोलीढेक झील में हो रहा नौकायन, बढ़ रहा पर्यटन
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। लोहाघाट की कोलीढेक झील में मत्स्य विभाग की ओर से एक लाख मत्स्य बीज डाले गए। जिलाधिकारी नवनीत पांडे की मौजूदगी में ये बीज डाले गए। मत्स्य विभाग के प्रभारी कुंवर सिंह बगड़वाल ने बताया कि इन मत्स्य बीजों से छह महीने में मछली की पैदावार शुरू हो जाएगी। इससे पूर्व नवंबर 2023 में कोलीढेक झील में 35 हजार मछली बीज डाले गए थे।
जनवरी 2023 में डेढ़ किलोमीटर लंबी, 80 मीटर चौड़ी और 21 मीटर गहरी कोलीढेक झील का लोकार्पण हुआ था। 30 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से निर्मित इस झील से क्षेत्र के पर्यटन में भी इजाफा हो रहा है। किया। पिछले सवा साल में झील में बड़ी संख्या में पर्यटक नौकायन का लुत्फ उठा चुके हैं।
इससे क्षेत्र के पर्यटन व कारोबार को एक नई दिशा के अलावा स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिल रहा है।