चंपावत में मानव तस्करी पर रोक को लेकर आयोजित हुई एक दिनी कार्यशाला
देवभूमि टुडे
चंपावत। गैर सरकारी संगठन रीड्स और रमोला भर चैरिटेबल ट्रस्ट नई दिल्ली ने मानव व्यापार को रोकने को लेकर एक दिनी कार्यशाला का आयोजन किया। शुभारंभ करते हुए डीएम नवनीत पांडे ने महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस, एसएसबी, शिक्षा विभाग और स्वयंसेवी संस्थाओं को मानव व्यापार के विरुद्ध जागरूकता अभियान को गति देने के निर्देश दिए। सीडीओ संजय कुमार सिंह ने कहा कि मानव व्यापार में रोकथाम तभी संभव है, जब सभी स्वयं जागरूक हो, खास तौर से प्रत्येक विद्यालय तक बच्चे और अभिभावक भी जागरूक हों। रमोला भर ट्रस्ट की सीनियर प्रोग्राम मैनेजर स्मृति काना घोष पॉल ने कहा कि मानव व्यापार मैं अधिकांश यह देखा गया है कि आपस के लोग या रिश्तेदार ही इस व्यापार मैं शामिल होते हैं और महिलाओं और बच्चों को शिकार बनाते हैं। राज्य आंदोलनकारी नवीन मुरारी ने जिले की खुली सीमा का जिक्र करते हुए कहा कि जब तक जन सहयोग नहीं होगा, तब तक मानव व्यापार को रोकना मुश्किल है। PLV प्रकाश जोशी शूल ने कविता के जरिए मानव तस्करी से बचाव के उपाय बताए। समन्वयक इंद्रेश लोहनी ने कहा कि जिले को आदर्श चंपावत बनाने के लिए जरूरी है कि जिला मानव व्यापार, बाल भिक्षावृत्ति आदि सभी कुरीतियों से मुक्त रहे। रीड्स की ललिता बोहरा ने बताया कि संस्था 2007 से अभी तक 1200 से अधिक महिलाओं और बच्चों का पुनर्वास कर चुकी है। ग्राम प्रधान संगठन जिलाध्यक्ष मनोज तड़ागी ने पूरे सीमा क्षेत्र में प्रत्येक पंचायत से सहयोग का आश्वासन दिया। SSB के विशाल शर्मा ने सीमा क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के प्रभारी सुरेंद्र सिंह खड़ायत ने कहा कि मानव व्यापार को रोकने के लिए पुलिस संजीदा है। सोमवार को हुई कार्यशाला में ट्रस्ट की परियोजना निदेशक शिरीन मैरियन तिग्गा, पुष्पा चौधरी, संतोषी, संतोष कर्नाटक, मोहन बिष्ट, भास्कर केसी, भुवनेश्वरी फोनिया, मीनू पंत, दीपिका भट्ट, अर्चना लोहनी, किरन गहतोड़ी, अनीता तिवारी, कुसुम, गोपाल सिंह, दीपक पाल, ईश्वरी दत्त आदि मौजूद थे।