MODEL ड्रिस्टिक्ट की सेहत का ये कैसा MODEL…गायनेकोलॉजिस्ट नहीं, प्रसूता की जान गई

चपावत जिले में एक भी गायनेकोलॉजिस्ट नहीं
लोहाघाट के तल्ली चानमारी की अमिशा ने शिशु को जन्म देने के बाद हायर सेंटर रेफर होने के दो घंटे बाद दम तोड़ा
देवभूमि टुडे
चंपावत। आदर्श जिले चंपावत में स्वास्थ्य का मॉडल सवालों के घेरे में है। जिले के सबसे बड़े अस्पताल की स्वास्थ्य सेवा बीमार हाल में है। और इस बीमार स्वास्थ्य सेवा ने हरेला पर्व से एक दिन पहले 15 जुलाई को एक प्रसूता की जान ले ली। स्त्री रोग विशेषज्ञ के नहीं होने से ये नौबत आई है। इस वक्त चंपावत जिले में एक भी गायनेकोलॉजिस्ट नहीं है।
लोहाघाट के तल्ली चानमारी की अमिशा (26) पत्नी पान सिंह गर्भवती थी। उन्हें 14 जुलाई को लोहाघाट उप जिला अस्पताल लाया गया। प्राथमिक इलाज के बाद अधिक रक्तस्राव होने से अमिशा को हायर सेंटर चंपावत जिला अस्पताल रेफर किया गया। अस्पताल में अमिशा ने नवजात को जन्म दिया। महिला की यह दूसरी डिलीवरी थी। इससे पूर्व की डिलीवरी सर्जरी से हुई थी। एलएमओ (महिला चिकित्साधिकारी) के तमाम प्रयासों के बाद भी प्रसूता का न तो रक्तस्राव रूका रहा था और नहीं रक्तचाप सामान्य रहा। गायनेकोलॉजिस्ट नहीं होने से जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने हायर सेंटर रेफर किया। लेकिन हायर सेंटर जाने के दौरान रास्ते में प्रसूता की मौत हो गई।
जिला अस्पताल के प्रभारी मुख्य चिकित्साधीक्षक डॉ. प्रदीप बिष्ट ने बताया कि लोहाघाट से रेफर होकर आई गर्भवती महिला की हालत खराब थी। महिला चिकित्सकों ने सूझबूझ से प्रसव कराया, लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने से हालत को देखते हुए जिला अस्पताल से रेफर किया गया। अस्पताल से जाने के करीब दो घंटे बाद प्रसूता की मौत हो गई।
CM के जिले में नहीं एक भी गायनेकोलॉजिस्ट
चंपावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्वाचन क्षेत्र वाले चंपावत जिले में अस्पतालों की संख्या दो दर्जन से ज्यादा है, लेकिन कहीं भी कोई गायनेकोलॉजिस्ट नहीं है। जिला अस्पताल में तैनाती दो गायनेकोलॉजिस्ट की है, लेकिन लंबे समय से सेवा में कोई नहीं है। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल ने बताया कि जिला अस्पताल गायनेकोलॉजिस्ट के दो सृजित पदों के सापेक्ष दो की नियुक्ति तो की गई है, लेकिन एक गायनेकोलॉजिस्ट चिकित्सा अवकाश में हैं, तो दूसरी एक सप्ताह से अनुपस्थित है। सीएमओ ने बताया कि 15 जुलाई को कुमाऊं मंडल के स्वास्थ्य निदेशक को पत्र भेज चंपावत जिला अस्पताल के लिए एक गायनेकोलॉजिस्ट की वैकल्पिक व्यवस्था करने का आग्रह किया है।

अमिशा। (फाइल)
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