सुस्त गति से खाद्य सुरक्षा के नमूने लेने पर डीएम ने नाराजगी जताई
जिला स्तरीय खाद्य संरक्षा की बैठक में हुई समीक्षा
देवभूमि टुडे
चंपावत। चंपावत जिले के खाद्य सुरक्षा विभाग में एक भी निरीक्षक नहीं है। तीनों पद खाली हैं, पिथौरागढ़ के निरीक्षक को यहां का अतिरिक्त दायित्व है। कार्मिकों की भारी कमी की मार खाद्य सुरक्षा विभाग की सेंपलिंग पर पड़ रही है। इस साल की पहली छमाही में सिर्फ सात सेंपलिंग हुई है। डीएम नवनीत पांडे ने शुक्रवार को की गई जिला स्तरीय खाद्य संरक्षा विभाग की समीक्षा में विभाग की सुस्त गति पर महकमे के अधिकारियों को फटकार लागाई। कहा कि इस वर्ष जून तक सिर्फ 7 सेंपल बेहद निराशाजनक प्रदर्शन है।
डीएम ने जिला अभिहीत अधिकारी (खाद्य सुरक्षा अधिकारी) को एक माह के भीतर इसमें सुधार लाने की हिदायत देते हुए अधिक से अधिक सेंपल लेने को कहा। ऐसा नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। कहा कि खाद्य सुरक्षा लोगों की रोजाना स्वास्थ्य से सीधा जुड़ाव रखने वाला मामला है, लिहाजा जिले में खाद्य गुणवत्ता जांच की कार्रवाई लगातार की जाए। डीएम ने कहा कि उपभोक्ताओं को सही और शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हों, इसके लिए विभिन्न प्रतिष्ठानों में जाकर खाद्य सामग्रियों के नमूने एकत्रित किए जाएं। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, एसीएमओ डॉ. इंद्रजीत पांडेय, वरिष्ठ कोषाधिकारी सीमा बंगवाल, जिला अभिहीत अधिकारी अनिल मिश्रा आदि अधिकारी मौजूद थे।