
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर वैकल्पिक मार्ग बनाने की मांग की
डीएम को दिया ज्ञापन
देवभूमि टुडे
चंपावत। 29 अगस्त से एनएच बंद है, तो अब इस सड़क के विकल्प की भी याद आने लगी है। आज 4 सितंबर को इसे लेकर आवाज उठी। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग (बारहमासी सड़क) का विकल्प तैयार करने की मांग को लेकर डीएम मनीष कुमार को ज्ञापन दिया गया। साथ ही 7 दिन से बंद एनएच को जल्द से जल्द सुचारू करने की मांग की गई है।
भाजपा के मीडिया प्रभारी सूरज प्रहरी और जिला पंचायत सदस्य कृष्णानंद जोशी ने कहा कि एनएच में कभी स्वांला तो कभी दूसरे डेंजर जोन उभर रहे हैं। पिछले साल भी सितंबर में स्वांला दो हफ्ते से अधिक समय तक बाधित रहा था। ऐसे में इस मार्ग का विकल्प जरूरी है। ताकि लोगों को परेशानी ना हो और कारोबार पर मार ना पड़े।
नेताद्वय ने कहा कि एनएच में स्वांला में आए अवरोध की मार और परेशानी चंपावत के अलावा पिथौरागढ़ जिले के पर्वतीय हिस्सों पर पड़ी है। प्रहरी और जोशी ने सुझाव दिया है कि निर्माणाधीन ऐड़ीधुरा-चानपुर सड़क को बड़ोली से लिंक कर ज्वाललेख व सालेधार किस्कोट से मिलान कर ललुवापानी से जोड़कर अमोड़ी से चंपावत के बीच एनएच का विकल्प तैयार हो सकता है। ब्रिटिश कालीन यह मार्ग तीन मीटर चौड़ा है। वैकल्पिक सड़क बनने से कई गांव भी यातायात से जुड़ जाएंगे। ज्ञापन देने वालों में जयदत्त जोशी, एडवोकेट गुणानंद थ्वाल, गोविंद भट्ट आदि शामिल थे।

