प्राकृतिक चिकित्सा महाकुंभ…सैकड़ों साधकों ने mud bath का लाभ उठाया

टनकपुर में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी भी हुई
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। सूर्योदय सेवा समिति, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय व आयुष मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में हुए प्राकृतिक चिकित्सा महाकुंभ में सैकड़ों साधकों ने mud bath (मिट्टी स्नान) का लाभ उठाया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना व शंख ध्वनि के साथ विधायक प्रतिनिधि दीपक रजवार ने दीप प्रज्वलित कर किया। अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के मुख्य अतिथि प्रोफेसर मुरली मनोहर पाठक ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा अमूल्य धरोहर है। ग्रंथों में भी इसका उल्लेख किया गया है। आधुनिक युग में इसकी आवश्यकता और अधिक बढ़ गई है। डाँ. विवेक मिश्र ने अतिथियों का स्वागत किया। डाँ. नवदीप जोशी ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा के लिए टनकपुर की आबोहवा बेहद अनुकूल है, जरूरत इसको और अधिक विकसित करने की है। मोनाड विश्वविद्यालय के योग संकाय अध्यक्ष डाँ. सुनील कुमार श्रीवास्तव ने उपवास पर जोर दिया। कनाडा के प्राकृतिक चिकित्सा आयुर्वेदाचार्य डाँ. हरीश वर्मा ने प्राकृतिक चिकित्सा की शिक्षा को जरूरी बताया। सिंगापुर के योगी सुखदेव ने आहार की उपयोगिता बताई। डाँ. देवीदत्त जोशी की अध्यक्षता और मुकेश जोशी के संचालन में हुए कार्यक्रम में स्कूली बच्चों के साथ सैकड़ों लोग शमिल हुए।

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