टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाराकोट संतोला के पास 3 सितंबर सुबह 9.42 बजे से बंद है सड़क, फंसे यात्रियों को रात में 3 बसों से लोहाघाट पहुंचाया गया, फंसी मशीन को निकालने के बाद शुरू होगा मलबा हटाने का काम
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद हुए तकरीबन 24 घंटे से अधिक का वक्त बीत गया, लेकिन सड़क पर अब भी पहिये नहीं चल सके हैं।
लोहाघाट से घाट के बीच बाराकोट संतोला के पास 3 सितंबर सुबह 9.42 बजे आए भारी मलबे के बाद से आवाजाही पूरी तरह बंद है। मलबा हटाने के लिए 3 मशीनें लगी हैं, लेकिन बीच-बीच में आ रहे मलबे से अड़चनें आ रही है। रात में प्रशासन ने एसडीएम रिंकू बिष्ट और तहसीलदार जगदीश सिंह नेगी के नेतृत्व में 3 बसों से 1 गर्भवती महिला सहित कुल 90 फंसे यात्रियों को निकाला। और लोहाघाट में रहने व भोजन की व्यवस्था कराई।
वहीं आपदा प्रबंधन विभाग का कहना है कि मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन मलबा हटाने में लगी एक मशीन के खाई की ओर लटके होने से अभी काम की गति प्रभावित हो रही है। मशीन को निकाले जाने के प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग ने उम्मीद जताई है कि सड़क को अपरान्ह 1 बजे तक खोल लिया जाएगा। कल मंगलवार सुबह से आवाजाही ठप होने से लोगों को भारी दुश्वारी हो रही है।