
मुख्य शिक्षाधिकारी को ज्ञापन भेज एजुकेशनल मिनिस्ट्रियल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने किया अगाह
चंपावत जिले के 105 राजकीय हाईस्कूल, GIC, GGIC में 90 प्रतिशत स्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं
देवभूमि टुडे
चंपावत। मिनिस्ट्रियल कर्मी प्रभारी प्रधानाचार्यों का प्रभार नहीं संभालेंगे। एजुकेशनल मिनिस्ट्रियल ऑफिसर्स एसोसिएशन ने इसे लेकर मुख्य शिक्षाधिकारी के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा। कहा कि प्रभारी प्रधानाचार्यों द्वारा इस जिम्मेदारी से अलग किया गया है और ऐसे में अगर उन्हें ये जिम्मेदारी दी जाएगी, तो वे इसे ग्रहण नहीं करेंगे। चंपावत जिले के 105 राजकीय हाईस्कूल, जीआईसी, जीजीआईसी में 90 प्रतिशत से अधिक स्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं हैं। और ये जिम्मेदारी स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक को दी गई थी।
राजकीय शिक्षक संघ 18 अगस्त से पदोन्नति, स्थानांतरण सहित कई मांगों को लेकर आंदोलनरत है। साथ ही प्रधानाचार्य का प्रभार संभालने वाले प्रवक्ताओं ने भी इस जिम्मेदारी से खुद को अलग कर दिया है। और अब वे सिर्फ शिक्षण कार्य कर रहे हैं। मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन का कहना है कि कई विद्यालयों में प्रधानाचार्य का सामान्य प्रभार मिनिस्ट्रियल संवर्ग के कार्मिकों को दिया गया था और कई स्कूलों में उन्हें ये जिम्मेदारी जबर्दस्ती दी जा रही है।
एजुकेशन मिनिस्ट्रियल ऑफिसर्स एसोसिएशन के जनपदीय अध्यक्ष नागेंद्र जोशी एवं सचिव हिमांशु मुरारी के नेतृत्व में दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि कोई भी मिनिस्ट्रियल कार्मिक प्रभारी प्रधानाचार्य का पदभार ग्रहण नहीं करेगा। साथ ही यह भी चेतावनी दी गई कि यदि आंदोलन के चलते किसी भी मिनिस्ट्रियल कार्मिकों के वेतन आहरण में होने वाली देरी की जिम्मेदारी विभागीय उच्च अधिकारियों की होगी। ज्ञापन देने वालों में जीवन चंद्र ओली, कैलाश नाथ महंत, ललित मोहन चतुर्वेदी, भूपेंद्र सिंह देव ताऊजी, लोचन त्रिपाठी, दिनेश नाथ, मिंटू सिंह राणा, गोपाल प्रसाद, संतोष उप्रेती, लोकेश जोशी, मुकेश जोशी, संदीप मेहता, गणेश जोशी, गौरव जुकरिया आदि मौजूद थे।

