झांसी मेडिकल कॉलेज में भीषण आग…10 शिशुओं की मौत

सेना एवं दमकल ने बुझाई आग 5-5 लाख रुपये मुआवजे का एलान, झांसी मेडिकल कॉलेज में लगी आग की जांच के आदेश, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक मेडिकल कॉलेज पहुंचे, PM मोदी व CM योगी ने दुख जताया

झांसी (उत्तर प्रदेश)। झांसी महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के SNCU (विशेष नवजात देखभाल इकाई) में भीषण आग लगने से 10 नवजात शिशुओं की झुलसने और दम घुटने से मौत हो गई। 10 नवजातों की मौत से अस्पताल परिसर में कोहराम मच गया। माता-पिता भी अपने बच्चों को बचाने की गुहार लगाते रहे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 15 नवंबर की रात करीब पौने 11 बजे वार्ड से धुआं निकलता दिखा। जब तक लोग कुछ समझ पाते, आग की लपटें उठने लगीं। कुछ ही देर में आग ने वार्ड को जद में ले लिया, जिससे भगदड़ मच गई। शिशुओं को बाहर निकालने की कोशिश हुई, पर धुआं एवं दरवाजे पर आग की लपट होने से समय पर बाहर नहीं निकाले जा सके। दमकल की गाड़ियों के पहुंचने पर शिशुओं को बाहर निकाला जा सका।
बताया गया है कि पहले OXYGEN CONCENTRATER में आग लगी और देखते ही देखते पूरा वार्ड आग की चपेट में आ गया। मंडलायुक्त विमल कुमार दुबे के मुताबिक जिस वार्ड में आग लगी थी, वहां 55 नवजात भर्ती थे। 45 नवजात को सुरक्षित निकाल लिया गया। उनका इलाज चल रहा है। हादसे की सूचना मिलते ही करीब 15 दमकलें मौके पर पहुंच गईं। सेना को भी बुला लिया। सेना एवं दमकल ने मिलकर आग बुझाई। बच्चों को सर्वोत्तम चिकित्सा उपचार दिया जा रहा है, वे जल्द ठीक हो जाएंगे।
CM योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शनिवार सुबह उप मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री ब्रजेश पाठक प्रमुख सचिव स्वास्थ्य के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचे। हादसे में शिकार परिजनों को शासन द्वारा 5 लाख रुपये की सहायता की घोषणा की गई है। घायलों के परिजनों को 50-50 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। झांसी के मंडलायुक्त और DIG को हादसे की जांच के निर्देश दिए गए हैं। हालात का जायजा लेने के बाद उप मुख्यमंत्री ने कहा कि नवजात शिशुओं की मौत बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम परिजनों के साथ मिलकर नवजातों के शव की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। पहली जांच प्रशासनिक स्तर पर होगी जो स्वास्थ्य विभाग करेगा और दूसरी जांच पुलिस प्रशासन करेगा। अग्निशमन विभाग टीम भी इसका हिस्सा होगी। तीसरा मजिस्ट्रियल जांच के भी निर्देश दिये गये हैं। आग लगने के कारणों की जांच की जाएगी। अगर कोई खामी पाई गई तो जो भी जिम्मेदार होंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सरकार बच्चों के परिजनों के साथ है। फरवरी में FIRE SAFTY AUDIT हुआ था। जून में एक MOCK DRILL भी किया गया था। यह घटना कैसे हुई और क्यों हुई इस बारे में जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। CM योगी आदित्यनथ ने हादसे पर दुख जताते हुए जांच कर 12 घंटे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मासूमों की मौत पर शोक जताया है।

error: Content is protected !!