जिला प्रशासन और बाल विकास विभाग की पहल
रुद्रप्रयाग जिले की जखोली तहसील के उछोला गांव में फरवरी माह में होनी थी शादी
देवभूमि टुडे
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिले की जखोली तहसील के उछोला गांव में चार नाबालिग लड़कियों की शादी रोक दी गई। बाल विकास विभाग के मुताबिक 15 से 17 साल की चारों लड़कियों की शादी फरवरी माह में होने वाली थी। कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड में UCC (समान नागरिक संहिता) में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल तय की गई है।
बाल विकास विभाग को चाइल्ड हेल्पलाइन पर नाबालिग लड़कियों की होने वाली शादी की शिकायत मिली। बाल विकास विभाग की एक टीम उस गांव में पहुंची,जहां लड़कियों के परिवार रहते थे। टीम ने लड़कियों के परिवार वालों को UCC की जानकारी देते हुए विवाह रोकने के लिए परामर्श दिया।
रुद्रप्रयाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा ने कहा कि सूचना मिलने के बाद विभाग की तीन टीमों ने उछौला गांव पहुंच तीनों परिवारों के परिजनों की काउंसलिंग की। उन्हें UCC की जानकारी देते हुए बाल विवाह के दुष्परिणामों और कानूनी प्रावधानों से रूबरू कराया। इसके बाद परिवार के सदस्य उनके वयस्क होने तक उनकी शादी नहीं करने पर सहमत हुए।
टीम का नेतृत्व कर रही बाल विकास विभाग की जिला समन्वयक दीपिका ने बताया कि पिछले कुछ समय से जखोली विकासखंड में नाबालिग लड़कियों की शादी के मामले सामने आ रहे हैं। चाइल्ड हेल्पलाइन रुद्रप्रयाग को कुछ दिन पहले एक शिकायत मिली थी। इसमें जखोली ब्लॉक के घांघासू बांगर क्षेत्र के बक्सीर, डांगी, खोड़, भुनालगांव, उछोला और मथियागांव में परिवार के सदस्यों द्वारा नाबालिग लड़कियों की शादी करने की जानकारी मिली थी।
इस संवेदनशील मुद्दे पर जिला प्रशासन और जिला कार्यक्रम विभाग ने संबंधित क्षेत्र के स्कूल से संपर्क किया और बताए गए गांवों के स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों का ब्योरा लिया। जिसके आधार पर टीम उछोला गांव पहुंची। वहां 15 से 17 साल की चार नाबालिग लड़कियों की शादी फरवरी में होने वाली थी। अब इन शादियों को रोक दिया गया है। 15 और 17 साल की उम्र की दो लड़कियों की शादी एक ही परिवार में होनी थी।