

चंपावत में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर हुए कई कार्यक्रम
स्वाद और लुभावनी पैकेजिंग भी युवाओं को लुभा रहा चित्रकला, भाषण और निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया
सामाजिक बुराई को खत्म करने के लिए एकजुटता का लिया संकल्प
देवभूमि टुडे
चंपावत। विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर जिले भर में हुए कार्यक्रमों में इस सामाजिक बुराई को समाप्त करने का संकल्प लिया गया। वक्ताओं ने कहा कि स्वाद और लुभावनी पैकेजिंग में आने वाले तंबाकू उत्पाद मानव जीवन के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। लोगों को तंबाकू के सेवन से बचना चाहिए।
चंपावत के अटल उत्कृष्ट बलिदानी राहुल रैंसवाल राजकीय इंटर कालेज में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश चौहान की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि ग्रामीण स्वास्थ्य अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट एवं भाजपा जिलाध्यक्ष गोविंद सामंत ने किया। सीएमओ ने तंबाकू निषेध दिवस पर प्रकाश डाला। कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों और समुदाय के सदस्यों को तंबाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए जागरूक करना और तंबाकूमुक्त जीवन के लिए प्रेरित करना है। मुख्य अतिथि अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष सुरेश भट्ट कहा कि तंबाकू का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है और इससे न केवल व्यक्ति, बल्कि अगली पीढ़ी भी प्रभावित होती है। यह मानव जीवन को खत्म करने का काम करती है, इसलिए हमें तंबाकू व इससे बने उत्पादों से दूर रहना चाहिए। उन्होंने स्कूली बच्चों को तंबाकू के खतरे और स्वास्थ्य पर पडऩे वाले नकारात्मक प्रभाव के प्रति लोगों को लोगों में जागरूकता फैलाने की भी अपील की। तंबाकू के इस्तेमाल से हृदय रोग, कैंसर, फेफड़े की बीमारी और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। युवा ही नहीं बच्चों में भी धूम्रपान का प्रचलन बहुत तेजी से बढ़ रहा है। टीवी, मोबाइल स्क्रीन पर धूम्रपान की तस्वीरें दिखाने पर युवाओं में स्मोकिंग करने के खतरे तीन गुने तक बढ़ रहे हैं।
इस दौरान बच्चों की चित्रकला, भाषण और निबंध प्रतियोगिता के विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। मुख्य अतिथि व अन्य उपस्थित अतिथियों ने तंबाकू निषेध हस्ताक्षर अभियान में भी भाग लिया। इस अवसर पर जीआईसी के प्रधानाचार्य उमेद सिंह बिष्ट, एनएचएम के गौरव पांडेय आदि मौजूद थे।



