13 साल बाद जिला पंचायत उठा रही मेले के आयोजन की जिम्मेदारी
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। उत्तर भारत का प्रसिद्ध मां पूर्णागिरि धाम का मेला 26 मार्च से शुरू हो रहा है। मेले का शुभारंभ कुमाऊं के आयुक्त दीपक रावत करेंगे। मेला आयोजक संस्था जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी भगवत पाटनी ने बताया कि मेले का श्रीगणेश मंगलवार शाम चार बजे होगा। इसी के साथ अब रात को भी देवी दर्शन हो सकेेंगे। जुलाई 2023 से देवी दर्शन पर रात को प्रतिबंध था।
चंपावत सहित कुमाऊं के पहाड़ी क्षेत्र में मंगलवार को छरड़ी मनाई गई। ऐसे में मेले की व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने की चुनौती बढ़ गई है। पूर्णागिरि मेले का आयोजन का जिम्मा 13 साल बाद फिर से जिला पंचायत को मिला है। अपर मुख्य अधिकारी का कहना है कि बिजली, पेयजल, सफाई, स्वास्थ्य, पार्किंग, परिवहन सहित सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। पंचायत ने श्रद्धालुओं को सभी जरूरी सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए पूरा प्रबंध किया है। पुलिस ने सुरक्षा के लिए तीन अस्थाई थाने बनाए हैं। वहीं मंगलवार शाम को बूम के पास कांकर घाट में संध्या आरती का आयोजन भी होगा। मां पूर्णागिरि धाम का मेला 15 जून तक चलेगा।
चक्कर आने से सीतापुर का श्रद्धालु बेहोश, काली मंदिर थाने के कर्मियों ने अस्पताल पहुंचवाया
चंपावत/पूर्णागिरी धाम। पूर्णागिरी धाम में 25 मार्च को एक श्रद्धालु की एकाएक तबियत बिगड़ गई। काली मंदिर पुलिस थाने की मदद से श्रद्धालु को अस्पताल पहुंचाया गया। काली मंदिर पुलिस थाने के प्रभारी देवनाथ गोस्वामी ने बताया कि रामदास उर्फ सुवालाल (55) पुत्र रणदुल निवासी सीतापुर जिले के बरगामा अपने साले दयाराम, पुत्री सुमन, दामाद राम सहारे, बहनोई पूरन लाल के साथ देवी मां के दर्शन करने आए थे। मुख्य मंदिर के निकट एकाएक चक्कर आने से गिर गए। पुलिस ने रामदास को मजदूरों के सहारे साढ़े तीन किलोमीटर का पैदल रास्ता पार करा भैरव मंदिर तक पहुंचाया। भैरव मंदिर से उन्हें अस्पताल ले जाया गया।