पूर्णागिरि के सरकारी मेले के बाद का पहला दिन…11 हजार श्रद्धालुओं ने किए देवी दर्शन

गर्मी के बावजूद दिन में भी हुई आवाजाही, सरकारी व्यवस्था हटने के बाद मंदिर समिति देगी श्रद्धालुओं को जरूरी सुविधा
देवभूमि टुडे
चंपावत/पूर्णागिरि धाम। मां पूर्णागिरि धाम का सरकारी मेला 15 जून को संपन्न हो गया है। मेला पूरा होने के एक दिन बाद 16 जून को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही जारी है। रविवार को 11 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने देवी मां के दर्शन किए। सरकारी व्यवस्थाओं के हटने के बाद पूर्णागिरि मंदिर समिति श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए सभी जरूरी प्रबंध करेगी। अलबत्ता पुलिस और पेयजल की व्यवस्था सरकारी तौर पर 22 जून तक बनी रहेंगी।
मेला संपन्न होने के अगले दिन रविवार को 11 हजार से अधिक लोगों ने देवी दर्शन किए। भीषण गर्मी के बावजूद रविवार को दिन मेें भी श्रद्धालुओं की आवाजाही रही। मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी ने बताया कि सरकारी सुविधाएं हटने के बाद समिति श्रद्धालुओं के लिए सभी जरूरी बंदोबस्त करेगी। वहीं सेलागाड़ और पूर्णागिरि क्षेत्र के लोगों के वाहन टनकपुर से सीधे भैरव मंदिर तक आ जा सकेंगे। अलबत्ता दूसरे वाहनों की सीधी आवाजाही पर अभी निर्णय नहीं लिया गया है।
रीठा साहिब में जोड़ मेले के बाद भी उमड़ रहे तीर्थयात्री
रीठा साहिब (चंपावत)। लधिया घाटी के रीठा साहिब में 16 जून को पारा 34 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा था। लेकिन रीठा साहिब की इस भीषण गर्मी के बावजूद गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए बड़ी संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। 23 मई को जोड़ मेला निपट चुका है लेकिन इसके बावजूद तीर्थयात्रियों की आवाजाही जारी है। 16 जून को करीब एक हजार तीर्थयात्री गुरुद्वारा पहुंचे। सबद-कीर्तन करने के अलावा श्रद्धालु यहां लंगर छक रहे हैं। गुरुद्वारा के प्रबंधक बाबा श्याम सिंह तीर्थयात्रियों को गुरुद्वारे के ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व के अलावा क्षेत्र की जानकारी दे रहे हैं।

error: Content is protected !!