ब्लेकमेल कर प्रेमी के दोस्त से दादी को लगवाया ठिकाने, हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र का मामला
देवभूमि टुडे
हरिद्वार। हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र में घर में घुसकर हुई तीर्थ पुरोहित परिवार की महिला की हत्या के मामले का खुलासा हो गया है। बुजुर्ग महिला की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि महिला की ही पोती ने ही कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर की। हत्या के आरोप में उदित निवासी न्यू धीरवाली और महिला की पोती निवासी चाकलान को गिरफ्तार किया गया है। जांच में सामने आया कि अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देते हुए महिला की पोती ने ही दादी को रास्ते से हटवाने के लिए साजिश रची थी।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने मीडिया कर्मियों से वार्ता में हत्या का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 14 मई की दोपहर मोहल्ला चाकलान में घर में घुसकर तीर्थ पुरोहित परिवार की महिला अर्चना (63) पत्नी स्वर्गीय उमाकांत श्रोत्रिय की सिर पर भारी वस्तु से हमला कर हत्या की गई थी। पुलिस ने महिला के देवर के बेटे अभिषेक शर्मा की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस और सीआईयू की आठ टीमें गठित कर विवेचना एसएसआई राजेश बिष्ट को सौंपी थी। पुलिस ने 450 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जिससे कई अहम सुराग हाथ लगे। पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तो उसने हत्या को अंजाम देना कबूल कर लिया। एसएसपी ने बताया कि आरोपी उदित ने पूछताछ में बताया कि मृतका की पोती का अनुराग के साथ व उसका कनखल निवासी एक युवती के साथ प्रेम प्रसंग था। दोनों युवतियां, वह यानी उदित और अनुराग भी आपस में दोस्त हैं। उसके और युवती के प्राइवेट फोटो व वीडियो मृतका की पोती के पास थे। इसलिए वह अपने ब्वायफ्रेंड अनुराग को समय-समय पर काफी रुपये देती रहती थी।
अनुराग महज 10 से 15 हजार रुपये की नौकरी करता था, लेकिन युवती की वजह से उसको कभी भी रुपयों की कमी नहीं रही। घर से धीरे-धीरे करके लगातार रुपये गायब होने पर मृतका अर्चना ने नकदी छिपाने शुरू कर दिया। जल्दी ही मृतका समझ गई कि उसकी पोती ही रुपयों की हेराफेरी कर रही है।
इससे परेशान होकर पोती ने दादी को अपने रास्ते से हटाने के लिए अपने साथियों के साथ मिलकर उदित को ब्लैकमेल करते हुए धमकी दी कि तू मेरी दादी को रास्ते से हटा दे, वरना तेरी प्राइवेट वीडियो को वायरल कर दिया जाएगा। योजना ये बनी कि जब घर के सभी लोग जरूरी काम से घर से बाहर चले जाएं, तो युवक घर जाकर दादी का काम तमाम कर देंगे।