जनवरी 2025 से दिल्ली में नहीं चल सकेंगी BS-4 श्रेणी की बसें
जिले के इस पहाड़ी डिपो की 31 बसों मेें से फिलहाल 5 हैं ऑफ रूट
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। चंपावत जिले के लोहाघाट डिपो को पहली बार BS (भारत स्टेज)-6 की 2 बसें मिल गई हैं। आज 27 अक्टूबर को देहरादून से ये बसें लोहाघाट के लिए चली हैं और कल 28 अक्टूबर से लोहाघाट से इन बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को हरी झंडी दिखाकर 130 नई बसों को उत्तराखंड रोडवेज के बस बेड़े में शामिल किया है। ये सभी बसें BS-6 श्रेणी की हैं।
दिल्ली एनसीआर में जनवरी 2025 से BS-4 बसों के संचालन को प्रतिबंधित किया गया है। लोहाघाट डिपो के सहायक मंडलीय प्रबंधक धीरज वर्मा ने बताया कि दिल्ली के लिए रोजाना 5 और गुरुग्राम के लिए 1 बस संचालित होती है। दोनों नई बसों को दिल्ली रूट पर चलाया जाएगा। इसके अलावा देहरादून व बरेली 2-2, हल्द्वानी, नैनीताल, काशीपुर 1-1 बस चलती है। लोहाघाट डिपो के पास इस वक्त 31 बसें हैं, लेकिन इनमें से 4 से 5 बसें तकनीकी खामी की वजह से ऑफ रूट हैं। अलबत्ता दो नई बस मिलने से मुसाफिरों को कुछ राहत मिलेगी। लोहाघाट के विधायक खुशाल सिंह अधिकारी ने कई बार बसों की कमी से मुसाफिरों को हो रही दिक्कतों को उठाते हुए नई बसों की मांग की थी।
BS-4 के इंजन से ईंधन में सल्फर की मात्रा अधिक होती है, जिससे नाइट्रोजन ऑक्साइड का उत्सर्जन भी ज्यादा होता है। जबकि BS-6 में एडवांस एमीशन कंट्रोल सिस्टम फिट किया गया है। जो डीजल वाहनों में 70 प्रतिशत और पेट्रोल वाहनों में 25 प्रतिशत तक नाइट्रोजन ऑक्साइड के उत्सर्जन को कम करेगा। इससे वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
मुख्यमंत्री ने दिवाली पर्व पर प्रदेश को दी 130 नई बसों की सौगात
उत्तराखंड परिवहन निगम के बेड़े में में शामिल हुई बीएस-6 मॉडल की बसें
मुख्यमंत्री ने आईएसबीटी देहरादून से किया फ्लैग ऑफ
(स्रोत सूचना विभाग)
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज उत्तराखंड परिवहन निगम के बेड़े में 130 नई बसों को शामिल कर राज्य के विकास में एक और महत्वपूर्ण कड़ी जुड़ रही है। आधुनिक तकनीक से युक्त नई बसें राज्य के परिवहन तंत्र को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होंगी। ये बसें न केवल यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और किफायती यात्रा का अनुभव देंगी, बल्कि प्रदेश की आर्थिक, सामाजिक और पर्यटन गतिविधियों में भी नई ऊर्जा का संचार भी करेंगी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थितियां अन्य राज्यों की तुलना में चुनौतीपूर्ण हैं। राज्य के दुर्गम और सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र बुनियादी सुविधाओं के लिए हमारे परिवहन नेटवर्क पर ही निर्भर हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। ऐसे में प्रभावी परिवहन तंत्र न केवल यात्रियों की सुविधा के लिए अति आवश्यक है, बल्कि आर्थिक विकास में भी अपना योगदान देता है। राज्य के हर कोने को बेहतर सड़क नेटवर्क और विश्वसनीय परिवहन सेवाओं से जोडऩा हमारा संकल्प है। उन्होंने कहा कि सरकार उत्तराखंड परिवहन निगम को मजबूती प्रदान करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। जहां कुछ वर्ष पूर्व तक परिवहन निगम 500 करोड़ से भी अधिक के घाटे में था, लेकिन अब पिछले तीन वर्षों से निगम लगातार मुनाफे में है। इसके लिए उन्होंने निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के कार्यों की प्रशंसा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दशक को उत्तराखंड का दशक बनाने के लिए हम आगे बढ़ रहे हैं। आज अनेक क्षेत्रों में उत्तराखंड देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शामिल है। नीति आयोग द्वारा जारी सतत विकास लक्ष्यों में राज्य को प्रथम स्थान मिला है, इसे बनाये रखना हमारे लिए चुनौती है। राज्य की जीएसडीपी तेजी से बढ़ी है और बेरोजगारी दर घटी है। जल्द ही बस बेड़े में इलेक्ट्रिक बसों का भी समावेश किया जायेगा। सरकार अपने चालक-परिचालकों की समस्याओं से भी भलीभांति परिचित है। इसके लिए चाहे डीए में बढ़ोतरी हो, सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करना हो या निगम में भर्तियों के माध्यम से मैन-पावर की समस्या का समाधान करना हो, हम पूरी प्रतिबद्धता के साथ उनके कल्याण के लिए कार्य कर रहे हैं। इस दीपावली के अवसर पर सेवाएं देने वाले चालकों, परिचालकों और तकनीकी कर्मचारियों को प्रोत्साहन राशि देने का भी फैसला किया गया है।
विधायक विनोद चमोली ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में एक ही बार में बसों के बेड़े में 10 प्रतिशत की वृद्धि राज्य के लिए एक बड़ी सौगात है। इससे जहां लोगों का आवागमन सुगम होगा, वहीं लोगों को अपनी विरासत से जोडऩे का कार्य मुख्यमंत्री ने किया है। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम को और फायदे में लाने के लिए निरंतर प्रयास जरूरी है। आईएसबीटी का सौंदर्यीकरण के साथ ही अतिक्रमण को रोकने के लिए निरंतर प्रयास करने होंगे। इस अवसर पर विधायक प्रमोद नैनवाल, सविता कपूर, मंडल अध्यक्ष संजीव सिंघल, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय, एमडीडीए के उपाध्यक्ष बंशीधर तिवारी, परिवहन निगम के अपर सचिव नरेंद्र जोशी, अनिल गर्ब्याल के अलावा रोडवेज के कई अधिकारी मौजूद थे।