
छात्रों में उद्यमशीलता की भावना जगाने में महत्वपूर्ण
लोहाघाट डायट में कौशलम् कार्यक्रम का प्रथम चक्र संपन्न
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। DIET (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) लोहाघाट में व्यवसायिक शिक्षा आधारित ‘कौशलम्’ कार्यक्रम के तहत इंटरमीडिएट स्तर के 110 शिक्षकों का प्रथम चरण का प्रशिक्षण संपन्न हो गया। समापन समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रभारी प्राचार्य डॉ. अनिल मिश्रा ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम को तत्परता के साथ अपने-अपने विद्यालयों में संचालित करें। उन्होंने कहा कि छात्रों में उद्यमशीलता की भावना जगाने से न केवल उनकी व्यक्तिगत क्षमताएं मजबूत होंगी, बल्कि स्थानीय स्तर पर आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. कमल गहतोड़ी ने बताया कि प्रथम चक्र के प्रशिक्षण में विशेष रूप से कक्षा 11वीं के छात्रों के लिए प्रोजेक्ट प्रोटो टाइप विकास पर जोर दिया गया। जबकि कक्षा 12वीं के लिए इन्हें व्यवसाय और बाजार से जोड़ने के विभिन्न चरणों पर फोकस किया गया। प्रशिक्षण के अंतिम दिन शिक्षकों ने प्रोटो टाइप प्रोजेक्ट आधारित बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं, जिनमें व्यावहारिक कौशलों का प्रदर्शन किया गया। समापन अवसर पर प्रवक्ता डॉ. अवनीश शर्मा और सेवारत विभाग प्रभारी दीपक सोराड़ी ने व्यावसायिक शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम छात्रों को किताबी ज्ञान से आगे बढ़ाकर वास्तविक दुनिया के लिए तैयार करते हैं। कक्षा 11वीं के प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर के रूप में लोकेश पोखरिया, योगिता पंत, देवेंद्र पुनेठा और प्रमोद पाटनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कार्यक्रम में उद्यम लर्निंग फाउंडेशन के कुमाऊं प्रभारी तनुज अटवाल, प्रवक्ता मनोज भाकुनी, कृष्ण सिंह ऐरी, शिक्षक अरिमर्दन यादव, डाइट प्रशिक्षु नीरज विश्वकर्मा, महेश सिंह और विशाल सैनी ने विशेष सहयोग किया।


