जल जीवन मिशन पर सवाल…अधूरे काम को साइनबोर्ड में कर दिया पूरा

64 लाख रुपये से निर्मित होने वाली तलियाबांज सोलर पंपिंग योजना को पिछले साल पूरा होना था
नाराज लोगों ने लगाया योजना के क्रियांवयन में अनियमितता का आरोप
साइनबोर्ड हटाने के दिए गए है आदेशः EE वीके पाल
देवभूमि टुडे
चंपावत। सात स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सूखीढांग क्षेत्र से लगे तलियाबांज गांव की प्यास बुझाने के लिए JJM (जल जीवन मिशन) के अंतर्गत पेयजल योजना का काम एक साल से अधिक बीतने के बाद भी पूरा नहीं हो सका है। 9 मई 2023 से शुरू तलियाबांज सोलर पंपिंग योजना का काम तो अधूरा है, लेकिन साइनबोर्ड में इसे 8 सितंबर 2023 को पूरा हुआ दर्शाया गया है। साथ ही इसमें ठेकेदार, प्रधान, पंचायत सचिव से लेकर पेयजल निगम के 3 अभियंताओं के नाम लिखे हुए हैं। ग्रामीणों ने कार्यदाई संस्था के इस रवैये से योजना में अनियमितता का अंदेशा जताया है।
साइनबोर्ड के मुताबिक JJM योजना के तहत 63.94 लाख रुपये से तलियाबांज सोलर पंपिंग पेयजल योजना का कार्य शुरू होकर 8 सितंबर 2023 को पूरा हो गया। जबकि हकीकत में ये काम अधूरा है। तल्लापाल विलौन संघर्ष समिति के संयोजक पंडित शंकर दत्त जोशी ने कहा कि काम अधूरा है। अभी सिर्फ 3 टैंक बन सके हैं। पेयजल लाइन तक नहीं बिछाई गई है। बोर्ड में कार्य पूरा होने की दर्ज तिथि भ्रामक और गुमराह करने वाली है। जोशी का कहना है कि वर्तमान में विभाग की ओर से योजना का काम भी बंद कर दिया है। ग्रामीण पेयजल संकट से परेशान हैं। महिलाओं का काफी समय पानी ढोने में बर्बाद हो रहा है। स्कूली बच्चों को विद्यालय जाने से पहले और आने के बाद भी पानी की व्यवस्था करनी पड़ रही है। पानी की समस्या के कारण गांव के कई परिवार पलायन तक कर चुके हैं। उन्होंने योजना का काम शीघ्र पूरा नहीं होने पर तल्लापाल विलौन संघर्ष समिति के बैनरतले जल निगम कार्यालय में आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
जल निगम के अधिशासी अभियंता वीके पाल का कहना है कि बोर्ड में कार्य पूरा होने की तिथि ठेकेदार ने गलती से लिख दी है। अभी योजना का काम पूरा नहीं हुआ है। साइनबोर्ड को हटाने के ठेकेदार को निर्देश दिए जा रहे हैं। योजना एक साल में पूरी होनी थी, लेकिन इसमें देरी हुई है। अलबत्ता उन्होंने योजना में अनियमितता के आरोपों से इनकार किया है।

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