370 को दिया बीमा लेकिन 137 किसानों को कर रहे ना-नुकूर…बीमा कंपनी का कारनामा

किसान नेता महेश चंद्र चौड़ाकोटी का आरोप, सूखीढांग क्षेत्र के किसानों की पिछले साल बर्बाद हुई थी अदरक की फसल, कंपनी पर कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस से कार्रवाई का आग्रह, पुलिस करा रही जांच

देवभूमि टुडे

चंपावत। 7 स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के क्षेत्र सूखीढांग इलाके के काश्तकारों को मेहनत बर्बाद होने के बावजूद अब कृषि बीमा की राशि के लिए तरसना पड़ रहा है। और ये नौबत कृषि बीमा कराने के बाद है। बार-बार अनुरोध करने पर भी नुकसान के मुआवजे के रूप में बीमा राशि नहीं दिए जाने पर किसान कानूनी प्रक्रिया के विकल्प की कवायद कर रहे हैं। इसके लिए किसानों के प्रतिनिधि और बहुउद्देश्यीय साधन सहकारी समिति के निवर्तमान अध्यक्ष महेश चंद्र चौड़ाकोटी ने बीमा कंपनी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई कराने के लिए पुलिस को पत्र भेजा है। वहीं आज 22 जुलाई को किसानों का प्रतिनिधिमंडल एसपी से मुलाकात भी करेगा।

चौड़ाकोटी का कहना है कि क्षेत्र के काश्तकारों ने वर्ष 2023 में अदरक की फसल बोई थी। साथ ही फसल को नुकसान से बचाने के लिए पीएम मौसम आधारित बीमा कराया। बीमा की प्रीमियम के रूप में किसानों ने मोटी रकम जमा कराई। फसल चौपट होने पर किसानों ने बीमा का क्लेम किया। कई बार ना-नुकूर के बाद कंपनी नै 370 किसानों को बीमा की रकम दी। लेकिन 137 किसानों को बीमा नहीं दिया गया। चौड़ाकोटी सहित तमाम किसानों का कहना है कि कोई सुनवाई नहीं होने पर किसानों ने बीमा कंपनी के खिलाफ पुलिस की शरण ली। 6 जून को चंपावत कोतवाली में किसानों ने बीमा कंपनी की धोखाधड़ी की शिकायत करते हुए कार्रवाई करने का अनुरोध किया। पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। चंपावत और टनकपुर के पुलिस क्षेत्राधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट के बाद जरूरी कार्रवाई की जाएगी।

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