बुझाने के बजाय जला रहा था जंगल…विभाग ने रंगे हाथों पकड़ा

चंपावत के तिलौन वन पंचायत क्षेत्र का मामला
तिलौन पुनेठी गांव के कैलाश सिंह महर पर विभाग ने की कार्रवाई
देवभूमि टुडे
चंपावत। बढ़ते तापमान से हो रही तपिश से जंगलों में आग का खतरा बढ़ रहा है। लेकिन एक ओर चुनौती मानवीय चूक, लापरवाही और जंगलों को जानबूझ कर नुकसान पहुंचाने वालों से हैं। ऐसा ही एक मामला 24 अप्रैल की शाम चंपावत वन क्षेत्र में सामने आया। टनकपुर- पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के पास के वन पंचायत के जंगल के नजदीक से गुजर रहे प्रभागीय वनाधिकारी नवीन चंद्र पंत ने एक व्यक्ति को जंगल को नुकसान पहुंचाते देखा। रंगे हाथों पकड़े गए व्यक्ति पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
वन विभाग के मुताबिक तिलौन पुनेठी गांव का निवासी कैलाश सिंह महर (48) को बृहस्पतिवार दोपहर 3.20 बजे वन पंचायत क्षेत्र में आग लगाते हुए पकड़ा गया। मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ( डिप्टी रेंजर चतुर सिंह, वन दरोगा मोहित चौड़ाकोटी, वन आरक्षी भुवन चंद्र भट्ट) ने आग फैलने से पहले ही उसे नियंत्रित किया। विभाग के मुताबिक आरोपी ने घटनास्थल पर ही अपना अपराध स्वीकार कर लिया। विभाग ने उसके खिलाफ FIR कराने के निर्देश दिए हैं।
DFO पंत का कहना है कि जंगल या नाप भूमि में आग लगाना या किसी दूसरे तरीके से जंगल को नुक्सान पहुंचाना दंडनीय अपराध है। इस अपराध में सीधी गिरफ्तारी, जेल और भारी जुर्माना तय किया गया है। विभाग का दावा है कि अब ड्रोन, कैमरा ट्रैप, गुप्त टीमों और मुखबिर तंत्र के ज़रिए वनों की निगरानी रखी जा रही है। विभाग ने आम लोगों से सहयोग करने की अपील करते हुए कहा है कि वनों को नुकसान पहुंचाने वालों की जानकारी देने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा।

error: Content is protected !!