2019 के चुनाव में 66.89% मतदान हुआ था, लोकसभा की 543 में से 280 सीटों पर चुनाव पूरा हुआ, बैतूल में मतदान दल को वापस ला रही बस आग में जली
दिल्ली। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण में सात मई को 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश की 93 सीटों पर मतदान हुआ। जिसमें गुजरात की 25, उत्तर प्रदेश की 10, महाराष्ट्र की 11, कर्नाटक की 14 सीटें भी शामिल थीं। औसतन 64.58 फीसदी मतदान हुआ है। जबकि वर्ष 2019 के चुनाव में 66.89% मतदान हुआ था। असम में सबसे अधिक 81.71 फीसदी और उत्तर प्रदेश में सबसे कम 57.34 फीसदी मत पड़े हैं। पश्चिम बंगाल में छिटपुट हिंसा को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा है। मतदान प्रतिशत में अभी बदलाव की उम्मीद है क्योंकि चुनाव आयोग की तरफ से अंतिम आंकड़े नहीं जारी किए गए हैं।
पश्चिम बंगाल में फिर हिंसा की घटनाएं सामने आईं। ज्यादातर वारदात मुर्शिदाबाद व जंगीपुर में हुईं। दोनों क्षेत्रों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस, भाजपा व कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं। चुनावी हिंसा को लेकर तीनों पक्षों ने शिकायतें दर्ज कराई हैं।
तीसरे चरण में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कई केंद्रीय मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है। शाह गांधीनगर से चुनावी मैदान में हैं। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना, मनसुख मांडविया पोरबंदर, पुरुषोत्तम रूपाला राजकोट, प्रह्लाद जोशी धारवाड़ और एसपी सिंह बघेल आगरा से मैदान में हैं। मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज चौहान विदिशा, दिग्विजय सिंह राजगढ़, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले बारामती से प्रत्याशी हैं। पीएम मोदी ने गांधीनगर में किया मतदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधीनगर में व गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को अहमदाबाद में वोट डाला। कर्नाटक में सबसे पहले वोट डालने वालों में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी व राज्य के मंत्री प्रियांक खरगे प्रमुख रहे। महाराष्ट्र में उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने बारामती से एनडीए प्रत्याशी अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार के साथ मतदान किया। एनसीपी के दूसरे धड़े के अध्यक्ष शरद पवार ने भी बारामती के मालेगांव में वोट दिया। असम में सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने पत्नी रिनिकी भुइयां व बेटी सुकन्या के साथ बारपेटा सीट के अमीनगांव में वोट डाला।
तीसरे चरण का मतदान पूरा होने के बाद बैतूल में छह मतदान केंद्रों से मतदान सामग्री और कर्मियों को लेकर लौट रही बस में मंगलवार रात आग लग गई। आग में बस पूरी तरह खाक हो गई। हादसे में सभी कर्मचारी सुरक्षित हैं। अभी मतदान सामग्री को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। चुनाव कर्मचारियों और ईवीएम को लाने के लिए दूसरी बस मौके पर बुलवाई गई। हादसा साईंखेड़ा थानाक्षेत्र के बिसनूर और पौनी गौला गांवों के बीच हुआ। बस का ड्राइवर जलती बस से कूद गया था, जबकि कर्मचारियों ने मुश्किल से जान बचाई। सूचना मिलते ही बैतूल से अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंची। बैतूल, मुलताई और आठनेर से फायर ब्रिगेड बुलाकर आग पर काबू किया गया।