HOLI गीतों ने बिखेरे रंग… फागुन के दिन चार

टनकपुर में सांस्कृतिक परिषद का होली समारोह
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। टनकपुर राजकीय महाविद्यालय में संगीत परिषद ने होली समारोह मनाया। 18 मार्च को हुए समारोह का शुभारंभ प्राचार्या डॉ. अनुपमा तिवारी, जीजीआईसी की प्रधानाचार्या गीता चंद और संगीत शिक्षिका लीला तिवारी ने किया। संयोजक डॉ. पंकज उप्रेती ने पहाड़ की होली पर व्याख्यान के साथ ही विभिन्न रागों के होली गीत प्रस्तुत किए।
कोमल रौतेला व साथियों ने प्रस्तुति दी- “होली खेल मनाएं फागुन के दिन चार…, किरन गड़कोटी के नेतृत्व में महिला समूह ने -जय बोलो यशोदा नंदन की, मोर मुकुट पीतांबर सोहे…, खुशी चंद व साथियों ने- होरी खेले कन्हैया लाज मोरी… होली गीत से माहौल को रंगों से भर दिया। डॉ. एसके कटियार, डॉ. सुमन कुमारी, डॉ. सुल्तान सिंह, डॉ. होशियार सिंह, डॉ. विमल जोशी, डॉ. ब्रह्मानंद, मदन सिंह आदि मौजूद थे।

…पिया ऐसी रंग दीजो मोरी चुनरिया
मां वाराही सुगम संगीत की ओर से पाटी में बैठकी होली की धूम
देवभूमि टुडे
चंपावत/पाटी। टनकपुर से सवा सौ किलोमीटर दूर पाटी में बैठकी होली की धूम मची हुई है। देर रात तक होली गीत की बहार है। रविवार की रात मां वाराही सुगम संगीत के संरक्षक टीकाराम सोराड़ी के आवास में हुई बैठकी होली गायन का शुभारंभ टीकाराम सोराड़ी ने राग धमार में -मन सुख लाओ हो मृदंग, नाचत आयी चंद्रावली…से किया।
सुरेश चंद्र भट्ट ने राग जंगला काफी में -पिया ऐसी रंग दीजो मोरी चुनरिया… गाकर समा बांधा। गोकुलानंद भट्ट ने राग काफी में -सबको मुबारक होली, फागुन रितु शुभ अलबेली…., मनीष सोराड़ी ने राग धु्रपद में -वेद रटत ब्रह्म रटत, शंभू रटत.., दिनेश चंद्र सोराड़ी ने राग काफी में -कैसी ये होली खिलायी…. होली गायन किया। तबले में संगत सुरेश चंद्र भट्ट, दिनेश सोराड़ी और गोकुलानंद भट्ट ने दी। जगदीश टकवाल, जगदीश सोराड़ी, दुर्गा देवी सहित बड़ी संख्या में लोगों ने होली गीतों का लुत्फ उठाया।

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