चंपावत जिले के रीठा साहिब और टनकपुर में दसवें गुरु की जयंती पर हुए कई कार्यक्रम
गुरुद्वारे में सबद-कीर्तन और अरदास हुई
देवभूमि टुडे
चंपावत/रीठा साहिब/टनकपुर। सिख धर्म के दसवें और अंतिम गुरु गोविंद सिंह की 358वीं जयंती चंपावत जिले में उल्लास से मना। रीठा साहिब और टनकपुर के गुरुद्वारे में गुरु गोविंद सिंह की जयंती धूमधाम से मनाई गई। गुरु जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।
रीठा साहिब के गुरुद्वारे में भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया। 6 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जी के जन्म दिवस पर नानकमत्ता, हल्द्वानी, पीलीभीत सहित कई जगहों से रीठा साहिब पहुंचे सिख श्रद्धालुओं ने लधिया व रतिया नदी के संगम में स्नान कर गुरुद्वारा में मत्था टेका। गुरुद्वारे में सबद-कीर्तन और अरदास हुई। श्रद्धालुओं ने लंगर भी छका। गुरुद्वारा के प्रबंधक बाबा श्याम सिंह ने श्रद्धालुओं को मीठे रीठे का प्रसाद दिया। श्रद्धालुओं ने अरदास कर सुख-समृद्धि की कामना करते हुए गुरु पर्व की बधाई दी। वहीं चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर गुरुद्वारे में भी प्रकाश पर्व उल्लास से मनाया गया। इस मौके पर अवतार सिंह, जसपाल सिंह, करमवीर सिंह, तोनूवीर, मन्नीप सिंह, सिंपी सिंह आदि मौजूद थे।