12 सितंबर शाम से अधिकांश वक्त बंद रहा है टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग का टनकपुर-चंपावत हिस्सा, लगातार मलबा और पत्थर आने से रोड सुचारू करने के तमाम प्रयास हो रहे विफल, जिले की 18 अन्य सड़कें भी बंद
देवभूमि टुडे
चंपावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर टनकपुर से चंपावत के बीच वाहनों का संचालन अपरान्ह 2 बजे बाद शुरू हो पाएगा या नहीं?, इसे लेकर संशय बना है। एनएच पर चंपावत से 20 किलोमीटर दूर स्वांला में सोमवार तड़के आए भारी मलबे और पत्थर लुढ़कने से मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है।
लोनिवि के राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोहाघाट के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार का कहना है कि स्वांला से मलबे को हटाने के लिए 1 लोडर मशीन सहित कुल 4 मशीनें लगाई गई हैं। पहाड़ी से बीच-बीच में पत्थर व मलबा आने से रोड खोलने में मुश्किल आने के साथ ही काम करना बेहद जोखिमभरा भी हो रहा है। वैसे स्वांला में सड़क को सुधारने के लिए आज 23 सितंबर व 24 सितंबर को सुबह 6 बजे से अपरान्ह 2 बजे तक एनएच के टनकपुर-चंपावत हिस्से पर वाहनों के आवागमन पर रोक लगाई गई है। मलबा हटने पर 2 बजे बाद भी सिर्फ हल्के वाहनों को ही आवाजाही की अनुमति है। लेकिन आज सोमवार सुबह के सड़क के खराब हालात को देखते हुए टनकपुर-चंपावत के बीच 2 बजे से आवाजाही शुरू होगी?, इसे लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। इससे पूर्व 21 सितंबर शाम 5.30 बजे बंद ये सड़क तकरीबन 24 घंटे बाद 22 सितंबर शाम 5 बजे खुल सकी थी। वहीं प्रशासन का कहना है कि सड़क खोलने के हर मुमकिन प्रयास किए जा रहे हैं। अलबत्ता रोड बःद होने से न केवल मुसाफिरों को दिक्कत हो रही है, बल्कि कारोबार सहित तमाम गतिविधियों पर असर पड़ रहा है। एनएच के अलावा जिले की 18 अन्य सड़कें भी बंद हैं।