


मां भगवती के डोले को सतचूली मंदिर से ले जाया जाएगा खतेड़ा
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। सतचुली महोत्सव के तीसरे दिन मां भगवती मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ हवन किया गया। पुरोहित दयानंद चिल्कोटी ने पूजा कराई। महिलाओं ने माता के भजनों की मनमोहक प्रस्तुति दी। 10 अप्रैल को ढोल नगाड़ों एवं ध्वजा के साथ मां भगवती के डोले को सतचुली मंदिर से देवस्थली खतेड़ा ले जाया जाएगा।
भगवती के देवडांगर दिलीप सिंह, कालिका के देवडांगर चंद्रकांत शिरोमणि, वीर के धामी रमेश सिंह रावत ने अवतरित होकर भक्तों को आशीर्वाद दिया। पूजा-अर्चना मल्ला खतेड़ा, तल्ला खतेड़ा, काफली, कनेड़ी, नशखोला, ढुकरा, खेती, चिल्कोट, गंगनोला, नाकोट, किमतोली से पहुंचे श्रद्धालु शामिल हुए। मंदिर समिति के संयोजक डॉ. सुधाकर जोशी ने बताया कि महोत्सव के तृतीय दिन सुबह मंदिर में नित्य पूजन के बाद देवी पाठ रात्रि जागरण में भजन-कीर्तन, झोड़ा गायन एवं रात्रि जागरण किया गया। आयोजक समिति के महेंद्र सिंह बोहरा ने अतिथियों का स्वागत किया। शनिवार को महोत्सव का मुख्य आकर्षण मां भगवती की निकलने वाली देवी रथ यात्रा होगी। जहां देव धूनी प्रज्वलित करने के बाद रात्रि जागरण किया जाएगा। इस दौरान सचिव नाथ सिंह, कोषाध्यक्ष गंगा सिंह, उपाध्यक्ष खड़क सिंह, हरीश सिंह रावत, जीवन सिंह, गोविंद सिंह, नारायण सिंह, सुरेश सिंह, मनोज सिंह, कुंदन सिंह मौजूद थे।


