बदहवासी के बीच मुडिय़ानी के 50 साल के मजदूर ने नरियालगांव के वीरान क्षेत्र में काटी रात
अनजान कार चालक सहित तीन लोगों की करतूत, पुलिस के हाथ खाली, न कार का पता न करतूत करने वालों का
देवभूमि टुडे
चंपावत। वह वाकया बेहद खौफनाक और रोंगटे खड़ा करने वाला है। यहां के 50 साल के एक मजदूर को चंपावत से अपने गांव मुडिय़ानी जाना था, लेकिन सिरफिरे कार चालक और उसके दो अन्य साथियों ने मजदूर को मुडिय़ानी के बजाय रास्ते में पिटाई करने के बाद रात के वक्त चंपावत से 15 किमी दूर नरियालगांव में फेंक दिया। ये पूरा वाकया पुलिस की चौखट तक 6 सितंबर को आने के बाद न आरोपी पुलिस गिरफ्त में आया और नहीं मुकदमा दर्ज हुआ है।
चंपावत से पांच किलोमीटर दूर मुडिय़ानी का रहने वाला लक्ष्मी दत्त भट्ट 5 सितंबर को मजदूरी करने के बाद वापस घर जाने के लिए इंतजार कर रहा था। रात करीब साढ़े सात बजे चंपावत बाजार से टनकपुर की ओर जाने वाली एक कार में सवार हुआ, लेकिन रात को टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही बंद होने से कार को लौटा दिया गया। कार चालक मजदूर लक्ष्मी दत्त भट्ट को भी चंपावत ले आया और फिर यहां से ललुवापानी, बनलेख होते हुए टनकपुर जाने की बात कहने लगा। लेकिन ललुवापानी से खेतीखान मार्ग पर नरियालागांव फेंक गए। मजदूर बताता है कि कार चालक और दो अन्य साथियों ने नरियालागांव में उतारने से पहले उसकी पिटाई भी की। जिससे उसके सिर में चोट आई है। मजदूर का कहना है कि वह रातभर नरियालगांव के वीरान इलाके में पड़ा रहा। वहीं परिवार के लोग भी रातभर परेशान रहे। 6 सितंबर की सुबह किसी तरह चंपावत पहुंच बाजार पुलिस चौकी पहुंचा और आपबीती सुनाई।
कोतवाल प्रताप सिंह नेगी का कहना है कि मामला बाजार चौकी के संज्ञान में है। चौकी के दरोगा प्रदीप जोशी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। कार और कार में सवार लोगों का पता लगा कार्रवाई की जाएगी। मामले के खुलासे के लिए सीसीटीवी भी खंगाले जा रहे हैं।