
शीत व ग्रीष्म अवकाश का वेतन नहीं मिलने के अलावा समय से वेतन नहीं मिलने से नाराज हैं अतिथि शिक्षक
मुख्य शिक्षाधिकारी के आदेश के बाद भी वेतन से वंचित हैं अतिथि शिक्षक
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। वेतन समय से नहीं मिलने और अवकाश की अवधि का वेतन नहीं मिलने से अतिथि शिक्षकों में गहरी नाराजगी है। इन शिक्षकों ने लोहाघाट ब्लॉक अध्यक्ष बसंत बोहरा की अध्यक्षता में आज 20 सितंबर को हुई बैठक में अतिथि शिक्षकों ने कहा कि बीते 9 सालों से उन्हें अवकाश के दौरान का वेतन दिया जा रहा है, लेकिन इस बार चंपावत जिले में छुट्टी की अवधि का वेतन देने में आनाकानी की जा रही है। अतिथि शिक्षकों ने जल्द वेतन का भुगतान नहीं करने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
कहा कि वे 10 वर्षों से शिक्षा विभाग में सेवाएं दे स्कूल की व्यवस्था को पटरी पर लाने में अहम योगदान कर रहे हैं। लेकिन इसके बावजूद उनकी लगातार अनदेखी हो रही है। अतिथि शिक्षकों ने आरोप लगाया कि ना तो उन्हें समय से वेतन दिया जा रहा है और नहीं दीर्घकालीन अवकाश का वेतन दिया जा रहा है। अतिथि शिक्षकों ने विभागीय अधिकारियों पर वेतन आहरित करने में देरी करने और दीर्घकालीन अवकाश का मानदेय नहीं देने का आरोप लगाया। कहा कि मुख्य शिक्षाधिकारी ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों से अतिथि शिक्षकों के ऑनलाइन, ऑफलाइन शिक्षण कार्य के आधार पर जाड़े व गर्मियोंं की अवधि का वेतन आहरित करने का निर्देश दिया था, लेकिन उन्हें फिर भी वेतन नहीं दिया जा रहा है।
शिक्षकों ने कहा कि सितंबर माह का दो-तिहाई वक्त बीत चुका है, लेकिन फिर भी उन्हें अगस्त का मानदेय नहीं मिल पाया है। बैठक में तय किया गया कि जब तक दीर्घकालीन अवधि और अगस्त माह का वेतन आहरित नहीं होता, तब तक वे अपने विषयों को पढ़ाने के अलावा कोई काम नहीं करेंगे। और नाही विभाग की ओर से आयोजित परीक्षाओं कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। बैठक में मौके पर सुभाष गोस्वामी, बसंत बोहरा, राजेंद्र अधिकारी, अनीता अधिकारी, गीता बोहरा, तनुजा राय सहित कई अतिथि शिक्षक मौजूद थे।

