जहां कभी सेवा की, वहां अब बढ़ाया फौजियों का हौसला…गवर्नर लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने जाना जवानों का हालचाल


26वीं राजपूत बटालियन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल किसी भी जवान के लिए गर्व और गौरव के क्षण होते है देश सेवा, सैनिक ही जान सकता देश सेवा की अनुभूति
देवभूमि टुडे
चंपावत/बनबसा। उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा में लगे एसएसबी और सेना के जवानों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने 26वीं राजपूत बटालियन द्वारा 23 जून को आयोजित कार्यक्रम में बनबसा में सेना में की गई तीन साल (1996 से 1999) की सेवा का स्मरण करते हुए अपने अनुभव साझा किए। गवर्नर ने पूर्व फौजियों से भी मुलाकात कर कुशलक्षेम जानी।
राज्यपाल ने कहा कि सेना में जाकर देश सेवा करना किसी भी जवान के लिए गर्व और गौरव के क्षण होते हैं। जनरल सिंह ने कहा कि उन्होंने खुद भी देश सेवा की है, इसलिए वे एक सैनिक के देश सेवा के जज्बे को जानते हैं। बाद में उन्होंने बनबसा एसएसबी कैंप में जाकर एसएसबी प्रशिक्षुओं को ड्यूटी के दौरान अलर्ट रहने के साथ ही आत्मविश्वास बनाए रखने की सीख दी। यहां जिलाधिकारी नवनीत पांडे, एसपी अजय गणपति, एसएसबी के डीआईजी संजीव यादव, 67वीं बटालियन एसएसबी के कमाडेंट मनोहर लाल ने बुके देकर स्वागत किया। राज्यपाल ने कहा कि विषम हालातों में हमारे जवानों द्वारा नि:स्वार्थ सेवाभाव से कर्तव्यों का निर्वहन किया जा रहा है। इन जवानों के समर्पण और कर्तव्यनिष्ठा पर हम सभी को गर्व है। उन्होंने कहा कि इस सीमा क्षेत्र की अलग चुनौती है, यहां जवानों को हमेशा अलर्ट रहना होगा। उन्होंने जवानों की समस्याओं और चुनौतियों की भी जानकारी ली। राज्यपाल ने एसएसबी कैंप परिसर में पौधरोपण भी किया। कमांडेंट ने सुरक्षा कार्यों और अन्य गतिविधियों को जानकारी दी। राज्यपाल ने सीमा क्षेत्र में एसएसबी को दिए जा रहे सहयोग के लिए डीएम नवनीत पांडे की प्रशंसा की।
बनबसा में अपने सेवाकाल को याद कर भावुक हुए सिंहः
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने बनबसा स्थित सेना परिसर में 1996 से 1999 तक कर्नल के तौर पर सेवा की थी। यहां पंहुचकर उन्हें अपने सेवाकाल की ढाई दशक पुरानी स्मृतियां तरोताजा हो गई। उन्होंने सैनिकों के सम्मुख सेवाकाल के खट्टे-मीठे अनुभव साझा किए। कहा कि यह उनका सौभाग्य है कि उन्हें सेना में सेवा का मौका मिला। उन्होंने कहा कि सीमा में तैनात जवान देश की सेवा कर रहे हैं, तभी देश की जनता चैन की नींद ले रही है। इस दौरान कर्नल आकाश कपाडिय़ा ने राज्यपाल को प्रतीक चिह्न भेट कर स्वागत किया।
ये रहे कार्यक्रम में मौजूदः राजपूत रेजिमेंट के कर्नल आकाश कपाडिय़ा, उप सेनानी सुनील कुमार अनुराग, उप जिलाधिकारी सौरभ असवाल, रिंकू बिष्ट, पुलिस क्षेत्राधिकारी शिवराज सिंह राणा व वंदना वर्मा आदि।

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