आपदा प्रभावित गांवों का भूगर्भीय सर्वेक्षण हुआ

खतरे की जद में हैं बैड़ाबैड़वाल के चमनपुर व भनखोला तोक, लंबे समय से ग्रामीण अन्यत्र विस्थापित करने की उठा रहे हैं आवाज

देवभूमि टुडे

चंपावत/बाराकोट। विकासखंड बाराकोट के आपदाग्रस्त बैड़ाबैड़वाल के चमनपुर और भनखोला का में भूवैज्ञानिकों और राजस्व विभाग की टीम ने भूगर्भीय सर्वेक्षण किया। इस दौरान टीम ने गांव का भूगर्भीय सर्वेक्षण किया।

चंपावत के सहायक भूवैज्ञानिक डॉ. हरीश बिष्ट के नेतृत्व में राजस्व निरीक्षक छत्र सिंह बोहरा, उप निरीक्षक दीपक बोहरा और राजीव माहरा ने बैड़ाबैड़वाल के चमनपुर और भनखोला तोक का भूगर्भीय सर्वेक्षण कर हालात का जायजा लिया। ग्राम प्रधान मीनाक्षी जोशी और नवीन जोशी ने बताया कि वर्ष 2007 और 2013 में बैड़ाबैडवाल के चमनपुर और भनखोला तोक में आपदा आई थी। जिससे गांव के कई भवन खतरे की जद में आ गए हैं। खतरे को देखते हुए कई लोगों ने गांव से पलायन कर चुके हैं। ग्राम प्रधान ने बताया कि लंबे समय से शासन से आपदा से प्रभावित लोग अन्यत्र सुरक्षित स्थानों में विस्थापन की मांग कर करे हैं। चमनपुर में 30 और भनखोला में 50 परिवार रह रहे हैं, जिनको हमेशा आपदा का भय सताता रहता है। बारिश के दौरान आपदा आने के खौफ में ग्रामीण रातभर जागते रहते हैं। सहायक भूवैज्ञानिक डॉ. बिष्ट ने बताया कि चमनपुर और भनखोला में भूगर्भीय सर्वेक्षण की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। जिसे जल्द ही डीएम को सौंपा जाएगा।

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