पिथौरागढ़ के नरेंद्र सिंह बिष्ट पर धोखाधड़ी का आरोप, चंपावत कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ
देवभूमि टुडे
चंपावत। 6 माह पहले पहचान हुई। 25 नवंबर को हल्द्वानी बुलाया, 28 को ड्रेस खरीदी, 29 को ड्यूटी की और 29 की अपरान्ह में वर्दी उतर गई। ये वाकया किसी reel का नहीं, बल्कि real है। PRD (प्रांतीय रक्षक दल) के जवान की नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला पकड़ में आया है। मामला कोतवाली तक पहुंचा और फिर चंपावत के अमकड़िया गांव के सुरेश राम की तहरीर पर दर्ज हुआ नौकरी देने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोपी के खिलाफ मुकदमा।
चंपावत के अमकड़िया गांव का विनोद कुमार 29 नवंबर को PRD के जवान की वर्दी पहन चंपावत स्टेशन बाजार में ड्यूटी कर रहा था। लेकिन ड्यूटी करने के तौर तरीकों में हिचक-झिझक देख पूछताछ हुई, तो शक गहराया। और फिर कोतवाली में पूछताछ पर सामने आया नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का वाकया। विनोद कुमार के चाचा सुरेश राम ने नौकरी देने का झांसा देने के आरोपी के खिलाफ कोतवाली में धोखाधड़ी की तहरीर दर्ज कराई। सुरेश का कहना है कि पिथौरागढ़ चंडाक के एक ट्रेनिंग संचालक नरेंद्र सिंह बिष्ट से उसका 6 माह पूर्व परिचय हुआ था। संचालक ने 3 माह पूर्व भतीजे विनोद कुमार को PRD में लगाने की बात कही। विनोद कुमार को 2021 के हरिद्वार कुंभ में 15 दिन का प्रशिक्षण भी दिलाया गया।
उस व्यक्ति ने 25 नवंबर को भतीजे को ज्वाइनिंग आदेश के लिए हल्द्वानी बुलाया। हल्द्वानी और रुद्रपुर से वापस आने के बाद 28 नवंबर को PRD की ड्रेस खरीदने को कहा। 29 नवंबर को ड्रेस पहन कर ड्यूटी में आने को कहा। सुरेश का कहना है कि आदेश लैटर के बाद ही ड्यूटी में भेजने को कहा, तो आरोपी ने लैटर लेकर आने की बात कही। चंपावत स्टेशन बाजार में ड्यूटी करने भेजने के लिए कहने पर विनोद ड्यूटी करने चला गया। इस बीच विनोद की ड्यूटी करने के तरीके से शक हुआ, पूछताछ होने पर धोखाधड़ी उजागर हुई। सुरेश राम का कहना है कि joining letter के लिए फोन किया गया, तो नरेंद्र सिंह बिष्ट के नंबर बंद आए।
सुरेश राम ने नरेंद्र सिंह बिष्ट द्वारा मानसिक उत्पीड़न और भतीजे विनोद कुमार के साथ धोखाधड़ी व क्षति करने की तहरीर दी है। कोतवाल प्रताप सिंह नेगी ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपी नरेंद्र सिंह बिष्ट निवासी पिथौरागढ़ चंडाक के खिलाफ 29 नवंबर को भारतीय न्याय संहिता की धारा 318 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी फिलहाल पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है। मामले में कोतवाली के उप निरीक्षक ललित कुमार पांडेय को जांच अधिकारी बनाया गया है।
PRD जवानों की 2021 के बाद नहीं हुई भर्ती
चंपावत। उत्तराखंड में 2021 के बाद PRD जवान की भर्ती नहीं हुई है। क्षेत्रीय युवा कल्याण अधिकारी हिमांशु कुमार ने बताया कि PRD जवान के चयन की निर्धारित प्रक्रिया है। भर्ती प्रक्रिया की विज्ञप्ति के जरिए सार्वजनिक रूप से जानकारी दी जाती है। जवान को तैनाती देने से पहले जिला स्तर पर 22 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है। साथ ही किसी भी दुकान से PRD जवान को बगैर परिचय पत्र के वर्दी देने का प्रावधान नहीं है।