इस करतूत से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाल-बाल बचा होटल
स्थानीय युवकों, आइटीबीपी और दमकल कर्मियों ने बुझाई आग
देवभूमि टुडे
चंपावत/बाराकोट। सूखी झाडिय़ों को जलाने के लिए कुछ अराजक तत्वों ने आग लगा डाली। आग से बड़ा नुकसान बाल बाल बच तो गया, लेकिन आग बुझाने के लिए स्थानीय लोग और सरकारी अमले को भारी मशक्कत करनी पड़ी। बाराकोट विकासखंड के गैरी गुमौद में ग्रामीणों ने अपने बंजर खेतों की सूखी झाडिय़ों को जलाने के लिए आग लगा दी। इस आग ने विकराल रूप ले लिया। आग जंगल होते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे के एक होटल के नजदीक पहुंच गई। एकाएक धधकी आग से सहमे ग्रामीणों ने खुद आग बुझाने के साथ ही आईटीबीपी जवानों और अग्रिशमन विभाग को सूचना दी। भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे नवीन होटल के पास आग पहुंचते ही अफरा तफरी मच गई। आग ने एक निजी मोबाइल कंपनी के स्टोर किए गए अंडरग्राउंड केबल को भी नुकसान पहुंचाया। इससे आग और अधिक धधक गई। लड़ीधुरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच बाराकोट के अध्यक्ष नगेंद्र जोशी ने बताया कि आग की गंभीरता को देखते हुए टैंकर से पानी भरने के लिए आए हुए आइटीबीपी के हेड कांस्टेबल अनिल कुमार एवं छोटे लाल मौके पर पहुंच गए और उन्होंने ग्रामीण युवकों के साथ आग को कम किया। कुछ देर बादं मौके पर पहुंचे अग्निशमन केंद्र लोहाघाट के कार्मिकों ने आग को पूरी तरह काबू किया। राहुल, विकास, कमलेश जोशी, श्याम सिंह आदि का कहना है कि अगर आग पर समय रहते काबू नहीं पाया गया होता, तो होटल भी उसकी चपेट में आ जाता।