कोयला पांव में गिरने से बची जान, उचौलीगोठ गांव में हुए अग्रिकांड से चार लाख रुपये का नुकसान
पुराने मकान में रहता था पूर्व ग्राम प्रधान बिशन सिंह महर के कामगार का परिवार
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। टनकपुर के उचौलीगोठ गांव में 18 माच को एक मकान आग में खाक हो गया। तत्काल घर से बाहर निकल जाने से कोई जन क्षति तो नहीं हुई, अलबत्ता आग से घर का अधिकांश सामान जल कर नष्ट हो गया। चार लाख रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। शॉट सर्किट से आग लगने का अंदेशा जताया गया है।
सोमवार सुबह चार बजे उचौलीगोठ के पूर्व ग्राम प्रधान बिशन सिंह महर का लकड़ी से निर्मित पुराना दोमंजिला घर आग की चपेट में आ गया। मकान में पूर्व प्रधान महर के बटाईदार कालीचरण, उसकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे सो रहे थे। बटाईदार कालीचरण ने बताया कि घुटन और सांस लेने में दिक्कत होने के बाद पांव में जलता हुआ लकड़ी का कोयला गिरने से नींद खुली। कालीचरण ने तुरंत अपने परिवार के अन्य लोगों को जगाया और बाहर की ओर निकल गए।
सूचना पर मौके पर पहुंची फायरबिग्रेड को आग बुझान में काफी मशक्कत करनी पड़ी। करीब ढाई घंटे की जद्दोजहद के बाद आग पर काबू पा लिया। आग में लकड़ी का बना हुआ घर पूरी तरह स्वाहा हो गया है। आग से बटाईदार का राशन, कपड़े सहित अधिकांश सामान जल कर नष्ट हो गया। अग्निकांड में करीब चार लाख रुपये का नुकसान हुआ है।