50 से अधिक घायल, आग लगने की वजह का पता नहीं
ग्राउंड फ्लोर की रसोई में लगी आग पूरी इमारत में फैली
पीएम मोदी ने घटना की समीक्षा के लिए बैठक ली, विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत जाकर राहत कार्यों की निगरानी करेंगे
कुवैत। कुवैत के दक्षिण अहमदी प्रांत के मंगफ शहर की 6 मंजिला इमारत में आग लगने से 12 जून को 49 मजदूरों की मौत हो गई। 50 से अधिक लोग जख्मी है। हादसे में मरने वालों में 41 भारतीय बताए गए हैं। इनमें ज्यादतार लोग केरल और तमिलनाडु के बताए जा रहे हैं। लेकिन अभी मृतकों को लेकर आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी है। विदेश मंत्रालय ने फिलहाल हादसे में 30 भारतीयों के घायल होने की जानकारी दी है।
कुवैत के समय के अनुसार हादसा 12 जून की सुबह करीब 6 बजे हुआ। सुबह ग्राउंड फ्लोर की रसोई में लगी आग तेजी से पूरी इमारत में फैल गई। कई लोग इमारत के अंदर ही फंसे रह गए। आग लगने की वजह का भी अब तक पता नहीं चला है। कुवैत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक भवन में 160 से ज्यादा लोग रह रहे थे। कुवैत के गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ ने बताया कि इमारत में कई लोग अवैध रूप से भी रह रहे थे। इसलिए अभी मरने वालों के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं है। भारतीय राजदूत ने घटनास्थल पर पहुंचकर घायलों से मुलाकात की। कुवैत स्थित भारतीय दूतावास हालात पर बारीकी से नजर रख रहा है और प्रभावितों की सहायता के लिए वहां के अधिकारियों के साथ काम कर रहा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी पोस्ट में कहा कि कुवैत में हुए हादसे से स्तब्ध हूं। वहां करीब 40 लोगों की मौत हुई है। हम और ब्योरे के सामने आने का इंतजार कर रहे हैं। जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी, ममता बनर्जी ने घटना को लेकर संवेदना जाहिर किया है। पीएम मोदी ने कुवैत में अग्रिकांड की घटना की समीक्षा के लिए बैठक ली है। बैठक में बताया गया कि हादसे में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है, 50 से अधिक लोग घायल हैं। अधिकांश मौतें धुएं की वजह से हुई हैं। पीएम के निर्देशों पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत जाकर राहत कार्यों की मॉनिटरिंग करेंगे।
वहीं कुवैत सरकार ने बिल्डिंग के मालिक की गिरफ्तारी का आदेश दिया है। ज्यादा किराए के लालच में भवन स्वामी एक ही कमरे में कई लोगों को ठहराते हैं और इमारत की सुरक्षा व्यवस्था की अनदेखी करते हैं। मलयाली मीडिया ऑनमनोरमा की रिपोर्ट के मुताबिक भवन के मालिक मलयाली व्यापारी केजी अब्राहम हैं। अब्राहम केजीए समूह के संस्थापक और अध्यक्ष हैं। यह कंपनी 1977 से कुवैत के ऑयल एंड इंडस्ट्रीज का हिस्सा है।