पूर्णागिरि धाम में हो ऐसी व्यवस्था कि सुखद अनुभव, सकारात्मक संदेश लेकर जाएं श्रद्धालु: सीएम धामी

मुंडन शुल्क कम करने के जिला पंचायत को दिए निर्देश
बनबसा कैनाल क्षेत्र में एक हजार लोगों की क्षमता का रैनबसेरा बनेगा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पूर्णागिरि मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा की
पूर्णागिरि मेले में श्रद्धालुओं के लिए पर्यटक स्पॉट विकसित करने पर भी जोर दिया
देवभूमि टुडे
चंपावत/बनबसा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सभी की सहभागिता से मां पूर्णागिरि मेले को नया स्वरूप दिया जाएगा। 28 अप्रैल को जिले के प्रवेशद्वार बनबसा के एनएचपीसी विश्रामगृह में सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले की व्यवस्थाओं की समीक्षा बैठक में उन्होंने कहा कि मेले में ऐसी व्यवस्था हो जिससे श्रद्धालु सुखद अनुभव और सकारात्मक संदेश लेकर लौटे। सीएम ने मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को हर प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कहा कि यात्रा मार्गें पर आने वाली कठिनाइयों का त्वरित समाधान करें।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मां पूर्णागिरि मेले में आने वाले श्रद्धालु अधिक से अधिक दिनों तक क्षेत्र में रूके और आसपास के पर्यटक स्थल जाएं, इसके लिए योजना बनाई जाए। पूर्णागिरि मेले में श्रद्धालुओं के लिए पर्यटक स्पॉट विकसित करने, बच्चों के लिए पार्क व मेले के साथ साहसिक खेलों को विस्तार देने के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार से जोडऩे के लिए काम करने के निर्देश दिए। मेले में स्थानीय उत्पादों की उपलब्धता के लिए स्टॉल खोलने और प्लास्टिक फ्री पूर्णागिरि यात्रा पर काम करने पर जोर दिया।
सीएम ने बनबसा कैनाल क्षेत्र में एक हजार लोगों के लिए रैनबसेरा की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। कैनाल क्षेत्र उप्र कैनाल के स्वामित्व में है। मुख्यमंत्री ने कहा के शारदा एवं बूम घाट में नियमित रूप से भव्य शारदा आरती के आयोजन के साथ ही श्रद्धालुओं को अधिक से अधिक आरती से जोडऩे को कहा। मुख्यमंत्री ने शारदा कॉरिडोर के विकास कार्य की जानकारी लेते हुए कहा कि शारदा कॉरिडोर के शानदार निर्माण की जिम्मेदारी यूआईडीबी को दी गई है। क्षेत्र का विकास दीर्घकालीन विजन के साथ किया जाए। साथ ही सभी विभाग पूर्णागिरि मेला क्षेत्र में अस्थाई व्यवस्थाओं की जगह स्थाई व्यवस्थाओं पर अधिक प्रथमिकता दें।
मुख्यमंत्री ने मेले में मुंडन के लिए अनुमन्य राशि को अधिक बताते हुए इसे कम करने के जिला पंचायत को निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन-प्रशासन का ध्येय लोगों को सुविधा देना है, ऐसे में बाल मुंडन की राशि कम किए जाने से श्रद्धालुओं को राहत मिलेगी।
बाल मुंडन की राशि कम करना होगा चुनौती:
चंंपावत। 26 मार्च से शुरू पूर्णागिरि मेले में इस वक्त बाल मुंडन की राशि 332 रुपये रखी गई है। मेले के बीच में मुंडन की राशि में बदलाव करने में तकनीकी अड़चन आड़े आने का अंदेशा जताया जा रहा है। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी भगवत पाटनी का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के बैठक में दिए गए निर्देश को लागू करने के तरीके पर विचार करने के लिए जिला पंचायत विधिक परामर्श लेने के साथ ही उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन लेगी। बाल मुंडन के सालभर के ठेके से इस बार पंचायत को 1.55 करोड़ रुपये मिलेंगे। जबकि पिछले साल ये राशि महज 80 लाख रुपये थी।
ये निर्देश भी दिए गए:
1.श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पैदल मार्गों पर स्वास्थ शिविर, डॉक्टरों की तैनाती, जरूरी दवाइयों की व्यवस्था।
2.यात्रा मार्ग पर पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो। इसके साथ ही पूर्णागिरि क्षेत्र के लिए अतिरिक्त पेयजल योजना बनाई जाए।
3.पूर्णागिरि व टनकपुर क्षेत्र में जन सहभागिता से विशेष सफाई कार्यक्रम चलाया जए। मार्गों पर बने शौचालयों में भी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए।
4.पूर्णागिरि क्षेत्र में यातायात व्यवस्थाओं के सुगम संचालन के अलावा श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग की पर्याप्त व्यवस्था।
5.मार्गों पर पुलिस की अस्थाई चौकी एवं खोयापाया केंद्र की व्यवस्था हो। उन्होंने संपूर्ण यात्रा मार्ग पर हाई मास्क लाइट, सौर ऊर्जा लाइट, स्ट्रीट लाइट लगाएं।
पुरानी घोषणाओं पर तेजी से हो काम:
मुख्यमंत्री ने पूर्णागिरि मंदिर क्षेत्र के विकास के लिए पूर्व में हुई घोषणाओं को जमीन में क्रियांवित करने के लिए तेजी से काम करने की हिदायत दी।
1.संचार व्यवस्था के लिए मंजूर बीएसएनएल के दोनों मोबाइल टावरों को शीघ्र लगाए जाए। संपूर्ण पूर्णागिरि मंदिर, पैदल मार्ग, सड़क मार्ग पर संचार व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
2.बाटनागाढ़ पुल निर्माण कार्य, पूणाज़्गिरी मुख्य मंदिर से काली मंदिर तक वैकल्पिक पैदल मार्ग एवं रोपवे निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करें।
3.उन्होंने स्थाई मेला कार्यालय, सामुदायिक भवन की व्यवस्था किए जाएं।
मौजूद थे ये अधिकारी और प्रतिनिधि:
जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, दर्जा राज्यमंत्री डॉ. अनिल डब्बू, पूर्णागिरि मंदिर समिति अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी, भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल माहरा, सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, पुलिस अधीक्षक अजय गणपति, प्रभागीय वनाधिकारी आरसी कांडपाल, एडीएम हेमंत कुमार वर्मा, सीडीओ संजय कुमार सिंह, जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी भगवत पाटनी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. केके अग्रवाल, एनएचपीसी के महाप्रबंधक राजिल व्यास, अर्थ एवं संख्या अपर निदेशक मनोज पंत आदि।

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