

मोबाइल सेवा अभी भी ठप
17 जून की रात से बंद है ककरालीगेट-ठुलीगाड़ सड़क
पूर्णागिरि धाम की तीर्थयात्रा पर लगाई गई है रोक, लेकिन धाम क्षेत्र के स्थानीय लोग मजबूरी में कर रहे हैं आवाजाही
पूर्णागिरि मंदिर समिति और प्रशासन ठुलीगाड़ में रूके लोगों के लिए कर रहा है भोजन और रहने की व्यवस्था
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर/पूर्णागिरि धाम। पूर्णागिरि मार्ग पर बाटनागाड़ क्षेत्र में आए मलबे से ककरालीगेट-ठूलीगाड़ (निर्माणाधीन टनकपुर-जौलजीबी) सड़क 17 जून की रात से बंद है। सड़क बंद होने से पूर्णागिरि धाम सहित नेपाल सीमा से लगे एक दर्जन से अधिक गांवों की आवाजाही बंद है। मार्ग बंद होने के बाद प्रशासन ने पूर्णागिरि धाम की तीर्थयात्रा पर रोक लगाई है। सड़क खोलने के लिए लोनिवि ने तीन मशीनें लगाई है। वहीं 17 जून की रात से बाधित बिजली की आपूर्ति आज 20 जून की शाम 5.30 बजे सुचारू हो सकी। अलबत्ता अभी मोबाइल सेवाएं सुचारू नहीं हो सकी है।
बाटनागड़ क्षेत्र में आए मलबे से टनकपुर के ककरालीगेट-ठुलीगाड़ रोड आज 20 जून को लगातार तीसरे दिन भी बाधित रहा। बाटनागाड़ क्षेत्र में 17 जून की रात करीब एक किलोमीटर के दायरे में आए मलबे को हटाने के लिए 3 मशीनें लगाई गई हैं। 80 प्रतिशत से ज्यादा मलबा हटाया जा हो चुका है। लोक निर्माण विभाग के टनकपुर के सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत मौके पर मौजूद रह मुस्तैदी से काम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। AE सामंत का कहना है कि शनिवार मध्याह्न तक मलबा साफ कर सड़क को वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। पूर्णागिरी मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी ने बताया कि ठुलीगाड़ में करीब 80 लोग रूके हुए हैं। रूके हुए अधिकांश लोग बाहरी क्षेत्र के कार-टैक्सियों के ड्राइवर हैं। ये सभी लोग स्वेच्छा से वहां रूके हैं। वहीं कुछ स्थानीय लोग सामान और जरूरी काम से बाटनागाड़ के पैदल वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं।
तीन दिन बाद आज 20 जून की शाम बिजली आपूर्ति होने से लोगों ने राहत की सांस ली। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता विजय कुमार सकारिया ने बताया कि बाटनागाड़ में आए मलबे की वजह से बिजली के कई पोल क्षतिग्रस्त हुए थे। नए पोल लगाकर बिजली की आपूर्ति शुक्रवार शाम 5:30 बजे सुचारू कर दी गई है। इससे लोगों को अंधेरे से निजात मिली है।
मंदिर समिति की नेक पहल:
पूर्णागिति मंदिर समिति ने प्रशासन के साथ मिलकर रूके हुए लोगों के लिए रहने और भोजन की व्यवस्था की है। मंदिर समिति के अध्यक्ष पंडित किशन तिवारी, पंडित राजू तिवारी, गणेश सिंह, राजस्व उप निरीक्षक अनिल कुमार आदि ने ठुलीगाड़ की तरफ रूके हुए लोगों के रहने की व्यवस्था रैनबसेरे में करने के अलावा भोजन के लिए जरूरी खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई।





