ELECTION TRAINING सेक्टर, जोनल मजिस्ट्रेट और नोडल अधिकारी संजीदगी से निभाएं चुनाव जिम्मेदारी: डीएम पांडे

गैर हाजिर सात अधिकारी-कर्मियों को लगातार दो प्रशिक्षण कार्यक्रम में आना होगा
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मौजूद थे 150 में से 143 अधिकारी-कार्मिक
भविष्य में गैर हाजिर रहने पर होगी लोक अधिनियम के तहत कार्रवाई
देवभूमि टुडे
चंपावत। मतदान दिवस (19 अप्रैल) में पोलिंग पार्टियों के साथ-साथ सेक्टर एवं जोनल मजिस्ट्रेटों की सक्रियता जरूरी है। चंपावत के जीजीआइ्रसी सभागार भवन में सेक्टर, जोनल मजिस्ट्रेट और नोडल अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला निर्वाचन अधिकारी डीएम नवनीत पांडे ने कहा कि समयबद्धता और अनुशासन का विशेष ध्यान रखते हुए निर्वाचन आयोग के दिशा निदेर्शों का पालन कराते हुए मतदान को निर्बाध रूप से पूर्ण कराएं। हर अधिकारी को व्यापक स्तर पर प्रशिक्षण के जरिए अधिकार एवं कर्तव्यों की जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 150 में से 143 कार्मिक उपस्थित रहे। डीएम ने अनुपस्थित रहे सात अधिकारी-कर्मियों को लगातार दो दिनों तक प्रशिक्षण कार्यक्रम में आने के निर्देश दिए। साथ ही आगे से गैर हाजिर कार्मिक-अधिकारियों के खिलाफ लोक अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पोलिंग पार्टियों की रवानगी से लेकर उन्हें संबंधित बूथों पर पहुंचने, मतदान संपन्न कराने के साथ-साथ ईवीएम एवं वीवीपैट मशीनें जमा करने तक सेक्टर मजिस्ट्रेट जिम्मेदारी और संजीदगी के साथ सक्रिय रहेंगे। ईवीएम जमा होने के बाद संबंधित रिटर्निंग ऑफिसर की अनुमति से ही सेक्टर एवं जोनल मजिस्ट्रेट वापस जाएंगे। किसी भी अधिकारी का मोबाइल फोन बंद नहीं होने की भी नसीहत दी गई। पोलिंग पार्टियां मतदान केंद्र में पहुंचने के बाद किसी की भी मेहमाननवाजी को स्वीकार नहीं करेंगी। निर्वाचन के दौरान सभी कार्मिक भी आदर्श आचार संहिता का अनुपालन करेंगे। साथ ही मतदान बूथों का नियमित निरीक्षण करते रहे।
मुख्य विकास अधिकारी एसके सिंह ने कहा कि निर्वाचन में लगे सभी कार्मिक जिम्मेदारी काम करने के साथ ही मधुर व्यवहार रखें। सभी मजिस्ट्रेट ईवीएम व वीवीपैट (वोटर वेरिफएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) का कनेक्शन, मॉकपोल, ईवीएम सील करने आदि को पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझ लें। मास्टर ट्रेनर डॉ. एमपी जोशी, जीवन कालोनी, पीसी उपाध्याय और नीरज पांडे ने ईवीएम व वीवीपैट को कनेक्ट करने की जानकारी दी। बैलेट यूनिट को वीवीपैट से व वीवीपैट को कंट्रोल यूनिट से कनेक्ट करें। मतदान के दौरान आने वाली समस्याओं व उनके समाधान भी बताए। प्रथम मतदान अधिकारी मतदाता की पहचान करेंगे। द्वितीय मतदान अधिकारी मतदाता के बाएं हाथ की तर्जनी अंगुली पर अमिट स्याही लगाकर, मतदाता रजिस्टर पर मतदाता का विवरण अंकित करेंगे। मतदान अधिकारी तृतीय कंट्रोल यूनिट के प्रभारी होंगे। चैलेंज वोट, टेडर वोट, कंपेनियन, मतपत्र लेखा, मतदाता रजिस्टर आदि पर की भी जनकारी दी गई। बताया कि मॉकपोल कराने के बाद कंट्रोल यूनिट को क्लियर अवश्य करें तथा वीवीपैट के ड्रॉप बॉक्स में गिरी मॉकपाल की पची निकाल कर उसके पीछे मुहर लगाकर इसे काले लिफाफे में रखकर पिंक पेपर से सील करेंगे। सेक्टर मजिस्ट्रेट को हर मतदेय स्थल के लिए अलग-अलग प्रपत्रों पर चेक मेमों के अनुसार अपनी रिपोर्ट तैयार करनी होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में सहायक नोडल अधिकारी कार्मिक मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट, जिला विकास अधिकारी डीएस दिगारी, खंड शिक्षाधिकारी भारत जोशी सहित विधानसभा क्षेत्र चंपावत के जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट मौजूद थे।

error: Content is protected !!