तल्लादेश के छात्रों ने जाना…बागान में ऐसे तैयार होती है चाय

तामली सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र-छात्राओं का चंपावत का शैक्षिक भ्रमण
श्री रूपचंद जी महाराज वर्चुअल शिक्षण प्रकल्प ‘नई सोच नई पहल’
देवभूमि टुडे
चंपावत। नेपाल सीमा से लगे तल्लादेश क्षेत्र के तामली सरस्वती शिशु मंदिर के छात्र-छात्राओं ने चंपावत सालिंगटाक के चाय बागान जाकर जाना कि चाय के पौधों से चाय पत्ती कैसे बनती है। चाय विकास बोर्ड चंपावत के प्रभारी राकेश कुमार ने चाय की पत्तियों को लगाने से चाय के पत्त्तियों के उत्पादन तक की सिलसिलेवार जानकारी दी। बताया कि यहां की चाय पत्तियां पूरी तरह जैविक हैं।
श्री रूपचंद जी महाराज वर्चुअल शिक्षण प्रकल्प ‘नई सोच नई पहल’ द्वारा कराए गए शैक्षिक भ्रमण में सरस्वती शिशु मंदिर तामली के छात्र-छात्राओं को चाय बागान के अलावा सुप्रसिद्ध मंदिर हिंग्ला देवी और इंडस् इंटरनेशनल स्कूल चंपावत का भ्रमण कराया गया। इंडस इंटरनेशनल स्कूल की संपूर्ण शैक्षणिक गतिविधियों को जाना। छात्र-छात्राओं ने इस शैक्षिक भ्रमण के अनुभवों को नया औय ज्ञान की ताजगी देने वाला बताया। कहा कि शैक्षिक भ्रमण से चंपावत के इतिहास, संस्कृति, विज्ञान और प्रकृति को विस्तृत रूप से समझा। समूह में रहने की प्रवृत्ति के साथ ही बच्चों में आत्मविश्वास की भावना भी जागृत हुई। ‘नई सोच नई पहल’ के मुखिया दिनेश जोशी ने बताया कि भविष्य में तल्लादेश के सभी छात्र-छात्राओं का शैक्षिक भ्रमण कराया जाएगा। इस मौके पर आचार्य श्री रूपचंद जी महाराज, साध्वी कनकलता जी महाराज, साध्वी समता श्रीमहाराज, अन्तर्राष्ट्रीय योग गुरु अरुण योगी और संस्था के अध्यक्ष दिनेश चंद्र जोशी का छात्र-छात्राओं को आशीर्वाद मिला। शैक्षिक भ्रमण प्रधानाचार्य कमल सिंह, शिक्षक मोहन जोशी, ममता जोशी, साक्षी सिंह, मीनाक्षी जोशी, कंचन उरियाल एवं आचार्य रूपचंद महाराज वर्चुअल प्रकल्प की व्यवस्थापिका दीपिका जोशी की देखरेख में संपन्न हुआ।

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