
चंपावत व पिथौरागढ़ पुलिस टीम की संयुक्त कार्रवाई में एक महिला आरोपी भी गिरफ्तार
बनबसा से दबोची गई आरोपी महिला, आरोपी के पति व उसके सहयोगी की हो रही है तलाश
अंतर्राष्ट्रीय संपर्कों की भी हो रही जांच
पुलिस महानिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये के नकद पुरस्कार दिया
देवभूमि टुडे
चंपावत/बनबसा। पुलिस महानिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल के निर्देशन में सीमांत के दो जिलों की पुलिस टीम की संयुक्त कार्रवाई में नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी मिली है। चंपावत और पिथौरागढ़ की पुलिस टीम ने नशा तस्करों पर कार्रवाई करते हुए 10.23 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद की है। चंपावत पुलिस की ये कार्रवाई उत्तराखंड की अब तक की सबसे बड़ी कार्रर्वा है। जिसमें 5 किलो 688 ग्राम स्मैक के साथ एक महिला को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने बताया कि आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये के नकद पुरस्कार दिया है।
हाल ही में महाराष्ट्र के ठाणे, मुंबई पुलिस द्वारा पिथौरागढ़ में एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत की गई कार्रवाई के क्रम में कुमाऊं की आईजी रिद्धिम अग्रवाल ने नेपाल सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी तेज करने के निर्देश दिए थे। इस आदेश के क्रम में चंपावत के एसपी अजय गणपति और पिथौरागढ़ के एसपी रेखा यादव के निर्देशन में दोनों जिलों की संयुक्त टीमों ने नशा तस्करों के खिलाफ सूचना, संकलन, सर्विलांस निगरानी में तेजी के साथ सूचनाओं का आदान-प्रदान किया था।
आज 12 जुलाई को सीओ वंदन वर्मा के पर्यवेक्षण और एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवाण व बनबसा के एसओ सुरेंद्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में 14 सदस्यीय पुलिस टीम ने सुबह करीब 5.45 बजे नेपाल सीमा के पास शारदा नहर (गढ़ीगोठ पुल, पम्पापुर) क्षेत्र में चलाए गए चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस टीम ने एक महिला ईशा (22) पत्नी राहुल कुमार निवासी ग्राम पम्पापुर, थाना-बनबसा, जिला चंपावत को काला बैग लेकर नहर की ओर भागते देखा। संदिग्ध व्यवहार के चलते महिला को रोक सीओ की मौजूदगी में महिला के बैग की तलाशी ली गई, तो उसमें 5 किलो 688 ग्राम एमडीएम (मेथाएमफेटामाइन) ड्रग्स बरामद किया गया। पुलिस को पूछताछ में महिला ने बताया था कि वह इस ड्रग्स को शारदा नहर में फेंकने जा रही थी।
टनकपुर की सीओ की मौजूदगी में ली गई तलाशी में ड्रग डिटेक्शन किट से पदार्थ की पुष्टि की गई। एनडीपीएस अधिनियम की धारा 50 के तहत। अभियुक्ता ईशा को धारा 8/21/22 एनडीपीएस अधिनियम के तहत गिरफ़्तार कर थाना बनबसा ले जाया गया। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार महिला ने कबूला है कि बैग में एमडीएमए ड्रग्स उसके पति राहुल कुमार और उनके सहयोगी टनकपुर निवासी कुनाल कोहली ने 27 जून को पिथौरागढ़ से लाकर दिया था। जो वर्तमान में ठाणे मुंबई में दर्ज एक अभियोग में वांछित है। महिला को गिरफ्तार कर बनबसा थाना में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई। गिरफ्तार महिला के पति राहुल कुमार और कुनाल कोहली की पुलिस तलाश कर रही है। साथ ही बरामद ड्रग्स के स्रोत व नेपाल व नाइजीरियाई नेटवर्क सहित अन्य अंतर्राष्ट्रीय संपर्कों की जांच की जा रही है।
बरामदगी का विवरण:
बैग से दो पुलिंदे बरामद: पहला पुलिंदा: 3 किलो 424.5 ग्राम (भूरा ढेलेदार पदार्थ)।
दूसरा पुलिंदा: 2 किलो 263.5 ग्राम (सफेद दानेदार पदार्थ)।
कुल बरामदगी: 5 किलो 688 ग्राम एमडीएमए
मूल्य एवं प्रभाव: बरामद ड्रग्स की अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 18 हजार रुपये प्रति ग्राम और कुल 102384000 रुपये।
क्या है एमडीएमए ड्रग्स:
एमडीएमए (जिसे मौली, एमडी म्याऊ-म्याउ, वाइट पाउडर, एम केट या एक्सस्टसी कहा जाता है) एक सिंथेटिक ड्रग है। जो मेथाम्फेटामाइन जैसे उत्तेजक पदार्थ के समान है। इसका प्रभाव कोकीन की तरह है, जिसका उपयोग बड़े शहरों में और क्लबों में किया जा रहा है। मंहगे ड्रग्स के विकल्प के रूप में इसका प्रयोग नशे के लिये किया जा रहा है। जिससे बड़े शहरों/मेट्रो सिटी में इसकी काफी मांग है। यह बेसिक एल्केलाइट प्रवृत्ति का ड्रग है पश्चिमी देशों में युवाओं के बीच लोकप्रिय है और भारत में क्लब कल्चर इसका उपयोग बढ़ रहा है।
इस साल अब तक 11 करोड़ रुपये की नशे की सामग्री दबोची गई:
वर्ष 2024 में चंपावत पुलिस ने 4 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के नशीले पदार्थ बरामद किए हैं। जिसमें 3.84 करोड़ रुपये की लागत का1 किलो 280 ग्राम स्मैक और 60 किलो 500 ग्राम चरस शामिल है। वहीं इस साल 11 जुलाई तक करीब 11 करोड़ रुपये की अवैध ड्रग्स और नशीले पदार्थ बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों का बयान:
पूर्व में पकड़े गए अपराधियों के बैकवर्ड लिंकेज का पता लगाते हुए चंपावत और पिथौरागढ़ जिले में संयुक्त रूप से थल क्षेत्र से अपराधियों ने नशीले पदार्थ बनाए जाने के लिए गठित लैब व संबंधित उपकरणों को जब्त कर कार्रवाई की थी। कार्रवाई के बाद से ही दोनों पुलिस ने इस गिरोह में शामिल अन्य अपराधियों तथा पूरे नेटवर्क का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा था। तथा सक्रिय रूप से सुरागरसी पतारसी कर सूचना संकलन किया जा रहा था। ये कार्रवाई पिथौरागढ़ फैक्ट्री नेटवर्क को उजागर करने में महत्वपूर्ण है। गिरफ़्तार महिला व उसके सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चंपावत पुलिस ने पिछले साल तस्करी के 82 आरोपियों को गिरफ़्तार कर 56 मुकदमे दर्ज किए हैं। जो हमारी प्रतिबद्धता दर्शाती है। कार्रवाई में शामिल पुलिस टीम:
टनकपुर की पुलिस उपाधीक्षक वंदन वर्मा, SOG प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवाण, बनबसा एसओ सुरेंद्र सिंह कोरंगा, ANTF प्रभारी सोनू सिंह, हेड कांस्टेबल गणेश सिंह बिष्ट, संजय शर्मा, कांस्टेबल नासिर, उमेश राज, सूरज कुमार, कुलदीप सिंह, मदन सिंह, जगदीश कन्याल, राकेश्वरी राणा, पिथौरागढ़ के एसओजी प्रभारी प्रकाश पांडे और कांस्टेबल कमल।



