

चंपावत में नशामुक्त भारत कार्यशाला
छात्र-छात्राओं के साथ आम लोगों को दी गई नशे के दुष्परिणामों की जानकारी
देवभूमि टुडे
चंपावत। उत्तराखंड वन एवं पर्यावरण सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष श्याम नारायण पांडेय ने कहा कि मौजूदा दौर में विभिन्न प्रकार के नशे के कारण सामाजिक व्यवस्थाओं की डोर कमजोर हो रही है। नशा मुक्ति भारत अभियान के तहत मादक पदार्थों और नशे से बचाव को लेकर हुई जागरूकता कार्यशाला में उन्होंने कहा कि नशे पर लगाम लगाने के लिए सभी लोगों का आगे आना और प्रशासनिक प्रक्रिया में सहयोग जरूरी है।
19 जून को चंपावत प्रेक्षागृह में नशामुक्त भारत कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्याम नारायण पांडेय और नगर पालिकाध्यक्ष प्रेमा पांडेय ने दीप प्रज्जवलित कर किया।पालिकाध्यक्ष पांडेय ने कहा कि नशे का लगातार बढ़ता मकड़जाल भावी पीढ़ी के भविष्य को बर्बाद कर रहा है। सिर्फ तंबाकू उत्पाद ही नहीं, अन्य प्रकार के नशे भी खतरा बन रहे हैं। तमाम वक्ताओं ने नशे के दुष्परिणाम बताते हुए से समाज को इस बुराई से निजात दिलाने के लिए मिलकर काम करने का आह्वान किया। जिला समाज कल्याण अधिकारी आरएस सामंत ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ जागरूकता बढ़ाना और विशेषकर युवाओं को सकारात्मक दिशा में प्रेरित करना है। कार्यक्रम में सभासद प्रेमा चिलकोटी, दिनेश बरदोला, रेडक्रॉस सोसाइटी के अध्यक्ष राजेंद्र गहतोड़ी सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी जनार्दन चिलकोटी, किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य प्रकाश जोशी शूल, नशा हटाओ जीवन बचाओ के संयोजक शिक्षक सामश्रवा आर्य, पवन पांडेय, दीपक गहतोड़ी, त्रिलोचन जोशी के साथ ही कई स्कूलों के छात्र-छात्राएं और SSB पंचम वाहिनी के जवान मौजूद थे।






