रौसाल जीआईसी के प्रभारी प्रधानाचार्य ललित मोहन की पहल, अभिभावक दुकान से बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा आदि मंगाए तो न लाएं बच्चे
देवभूमि टुडे
चंपावत/रौसाला। योग प्राणायाम से नशामुक्त अभियान के संयोजक और जीआईसी रौसाल के प्रभारी प्रधानाचार्य ललित मोहन ने कहा कि योग और प्राणायाम सेहतमंद जीवन का आधार है। छात्र-छात्राओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए किसी भी प्रकार की नशाखोरी से दूरी जरूरी है। नशा न केवल आगे बढ़ने की राह में ब्रेकर है, बल्कि व्यक्ति के आत्मविश्वास को भी तोड़ देता है। प्रधानाचार्य ललित मोहन ने बच्चों से नशे की सामग्री नहीं मंगाने की भी अभिभावकों से अपील की। साथ ही कहा कि यदि कोई अभिभावक अपने बच्चों से दुकान से बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू, गुटखा आदि नशीले पदार्थों को मंगवाता है, तो बच्चों को उसका विरोध करना चाहिए। स्मरण शक्ति बढ़ाने सहित प्राणायाम के विविध लाभ बताते हुए उन्होंने छात्र-छात्राओं को रोजाना प्राणायाम करने के लिए प्रेरित किया। नशा मुक्ति की प्रतिज्ञा भी दिलाई गई। इससे पूर्व यहां मुख्यमंत्री उदीयमान खिलाड़ी योजना के अंतर्गत न्याय पंचायत स्तरीय दो दिनी खेल प्रतियोगिता में 25 स्कूलों के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया। प्रभारी प्रधानाचार्य ललित मोहन की अध्यक्षता और व्यायाम शिक्षक प्रदीप ढेक के संचालन में 8 वर्ष से 14 वर्षो के छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित खेल प्रतियोगिता में जीआईसी रौसाल,जीआईसी दशलेख , राजकीय हाईस्कूल डूंगराबोरा, विद्यामंदिर रौसाल, प्राथमिक व जूनियर विद्यालय रौसाल, सुल्ला, पासम, मटियानी, दसलेख, मढुवां, देवकुडा़,थल, असलाड़ सहित लगभग 25 विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने प्रतिभा प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में शिक्षक कमलेश जोशी, नरेश जोशी, हरीश जोशी, किशन सिंह, सुभाष राम, प्रदीप गौड़, रमेश सिंह, रिपिन सिंह, कृष्ण कुमार, अतर सिंह, भुवन राम, देवेंद्र कोहली, ज्योति, करिश्मा, दीक्षा, दीपिका, किरन, गीता, करन, प्रकाश, मोहित, कमल, रोहन पीयूष, सोनू आदि छात्र-छात्राएं मौजूद थे।