
रोडविहीन बकोड़ा गांव की बुजुर्ग कलावती की मदद के लिए CMO को अस्पताल भेजा
12 अगस्त को बुजुर्गा को 15 किलोमीटर डोली के सहारे लाया गया था
2012 में स्वीकृत मंच-बकोड़ा सड़क की अड़चन दूर करने के लिए बनाया Road Map
देवभूमि टुडे
चंपावत। रोड नहीं होने से डोली के सहारे लाई गई तल्लादेश के बकोड़ा गांव की बीमार 65 साल की कलावती देवी के इलाज में प्रशासन ने अपने उत्तरदायित्व के साथ ही इंसानी संवेदना भी पेश की। बीमार महिला की जानकारी मिलने के बाद DM मनीष कुमार ने 12 अगस्त की शाम बुजुर्गा के तीमारदार से फोन पर बात की और CMO डॉ. देवेश चौहान को उस निजी अस्पताल भेज मदद पहुंचवाई, जहां बुजुर्गा का इलाज चल रहा था। सांस संबंधी तकलीफ के चलते अस्पताल पहुंची महिला की तबीयत में सुधार होने के बाद छुट्टी दे दी गई। DM ने कहा कि बकोड़ा सहित ऐसे तमाम गांवों में स्वास्थ्य कैंप लगाए जाएंगे।
वहीं रोडविहीन बकोड़ा गांव को सड़क सुविधा से जोड़ने के लिए नए सिरे से कवायद की जा रही है। 2012 में मंजूर होने के बाद भी मंच से बकोड़ा तक की रोड का काम शुरू नहीं हो पाया है। वन अनापत्ति सहित अन्य तकनीकी अड़चनों के चलते इसी साल जुलाई में इस सड़क को PWD से PMGSY खंड शिफ्ट कर दिया गया है। DM मनीष कुमार ने बताया कि एक सप्ताह के भीतर भूमि के सर्वे, समरेखन, DPR, वन संबंधी पत्रावली के आवेदन की प्रक्रिया पूरी करने के PMGSY खंड के EE को आदेश दिए गए हैं। सड़क के तमाम जरूरी ब्यौरे परिवेश पोर्टल में अपलोड करने के साथ अनुमोदन के लिए URRD (उत्तराखंड ग्रामीण सड़क विकास एजेंसी) को भेजे जाएंगे। DM के मुताबिक जल्द से जल्द 20 किमी लंबी इस सड़क की सभी स्वीकृतियों के साथ रोड का काम 2 माह के भीतर शुरू कराने का लक्ष्य रखा गया है।


