टनकपुर में DM ने बाढ़ के खतरे वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया

किरोड़ा नाले में चल रहे चैनलाइज कार्यों को देखा, बाटनागाड़ का भी निरीक्षण किया
बैठक में अधिकारियों को दिए निर्देश
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। DM मनीष कुमार ने टनकपुर क्षेत्र के आपदा के खतरे वाले क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर वस्तु स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने किरोड़ा पुल से किरोड़ा नाले तक हो रहे चैनलाइजेशन कार्यों की समीक्षा की और सिंचाई विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। DM ने बूम घाट के निर्माणाधीन कार्यों को भी देखा। बाटनागाड़ व शारदा नदी के किनारे हो रहे भू-कटाव, जलभराव तथा सुरक्षात्मक कार्यों की जानकारी लेने के साथ उन्होंने पूर्णागिरि मार्ग एवं बाटनागाड़ के संवेदनशील स्थलों को देखा।
बूम स्थित वन विभाग के गेस्ट हाउस में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर DM ने सिंचाई और वन विभाग को संवेदनशील बने किरोड़ा नाले व बाटनागाड़ नाले का संयुक्त सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूवैज्ञानिक से क्षेत्रीय अध्ययन एवं प्लानिंग की जानकारी ली और नालों के प्रभावी चैनलाइजेशन की जरूरत बताई। कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में साइनबोर्ड, आपातकालीन सूचना व चेतावनी संकेतक तत्काल लगाए जाएं। NHI यह सुनिश्चित करे कि राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों तरफ ड्रेनेज बनी हो एवं नालों में चोकिंग न हो। उन्होंने कहा कि जलभराव और बाढ़ की स्थिति से निपटने में युद्धस्तर पर काम हो। उन्होंने जिला पंचायत को निर्देशित किया कि चंपावत से टनकपुर तक सार्वजनिक स्थलों पर शौचालय एवं डस्टबिन रखना सुनिश्चित करे। जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान करने, अंडरपास की ड्रेनेज व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए। टनकपुर व बनबसा के EO को जल भराव से निजात के लिए चोक नालियों को खोलने के निर्देश दिए गए। बैठक में SDRF को संपूर्ण उपकरणों सहित अलर्ट मोड पर रहने को कहा। इस दौरान SP अजय गणपति, ADM जयवर्धन शर्मा, SDM आकाश जोशी, अलकेश नौडियाल, CO वंदना वर्मा, SDO वन शालिनी जोशी, PWD के EE मोहन चंद्र पलड़िया, DMO देवेंद्र पटवाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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