अंबेडकर का संविधान सामाजिक समरसता का दस्तावेज, बामसेफ का जिला अधिवेशन संपन्न
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। बामसेफ (अखिल भारतीय पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक समुदाय कर्मचारी महासंघ) ने संविधान के संरक्षण और संवर्धन पर जोर देते हुए कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान देश को एक सूत्र में पिरोने वाले के अलावा अधिकारों और सामाजिक समरसता का दस्तावेज भी है। बामसेफ की राज्य इकाई के अध्यक्ष डॉ. सचिन कुमार की अध्यक्षता में लोहाघाट में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंतनगर विश्वविद्यालय के मत्स्य विभाग के डीन डॉ. अवधेश कुमार और विशिष्ट अतिथि शिक्षक संघ अनुसूचित जाति, जनजाति मंडलीय महामंत्री सुनील टम्टा ने मार्गदर्शन किया।
बामसेफ के जिला प्रभारी शिक्षक हरीश विश्वकर्मा, उच्च न्यायालय के अधिवक्ता डॉ. प्रमोद कुमार, अमित कुमार, अध्यक्ष मूल निवासी संघ, बामसेफ के अध्यक्ष शेखर सिंह, उपाध्यक्ष अनिल कुमार, राजकीय शिक्षक संघ के ब्लाँक अध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ राम प्रसाद कालाकोटी, शिक्षक संजय कुमार, अनिल कुमार आदि ने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में ‘योग प्राणायाम से नशामुक्त भारत अभियान’ के संयोजक जीआईसी रौंसाल के प्रवक्ता ललित मोहन ने नशे के खिलाफ जंग को जरूरी बताते हुए प्रेरित किया। कहा कि युवा वर्ग नशे के दलदल में फंसता जा रहा है। इस पर लगाम लगाया जाना जरूरी है। उन्होने कहा कि डॉ. बीआर अंबेडकर का सपना था कि व्यक्ति का परम लक्ष्य मानव की बुद्धि का विकास करना है। यदि व्यक्ति नशा करेगा, तो बुद्धि का विकास रूक जाएगा। कार्यक्रम में लोगों से नशे से दूर रहने की अपील करते हुए नशामुक्त भारत बनाने में सहयोग करने की अपील की गई। कार्यक्रम में 150 लोगों को नशा मुक्त हस्ताक्षर अभियान से जोड़ा गया।