टनकपुर के डिजिटल मीडिया से जुड़े पत्रकारों ने एसडीएम को दिया ज्ञापन
बकाएदार से संबंधित एक खबर प्रकाशित करने पर टनकपुर थाने में दी गई थी तहरीर
कार्रवाई नहीं पुलिस ने सिर्फ जानकारी लेने के लिए बुलाया था थाने: SP अजय गणपति
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। चंपावत जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर के सोशल मीडिया पत्रकारों ने उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि सोशल मीडिया के कुछ पत्रकारों के खिलाफ टनकपुर थाने में एक खबर को लेकर हुई तहरीर के 24 घंटे के भीतर पुलिस द्वारा तलब किया गया है। इसे लेकर पत्रकारों में नाराजगी है। इस कदम को पत्रकारों ने मनोबल को तोडऩे वाला कदम बताया है। इन हालातों के बीच पत्रकारों ने उत्पीडऩ नहीं थमने पर प्रशासन की खबरों का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। इसे लेकर 11 दिसंबर को पत्रकारों ने टनकपुर के एसडीएम को ज्ञापन दिया है।
पत्रकारों का कहना है कि राजस्व विभाग के एक बकाएदार से संबंधित एक खबर दिसंबर के शुरू में प्रकाशित की गई थी। दावा किया गया है कि बकाएदार पर हुई कार्रवाई प्रशासन के हवाले से दी गई थी। खबर कई डिजिटल और प्रिंट मीडिया में प्रकाशित हुई थी। लेकिन पुलिस ने उस व्यक्ति की तहरीर के 24 घंटे के भीतर तहरीर में नामजद पत्रकारों को टनकपुर थाने तलब किया। इसे लेकर पत्रकारों में नाराजगी है। कहा कि यह पत्रकारिता के काम में दबाव बनाने और पत्रकारों के सम्मान को ठेस पहुंचाने वाला कदम है। ज्ञापन में इंसाफ की मांग की गई है। ज्ञापन में मयंक पंत, बाबूलाल यादव, आबिद सिद्दकी, विनोद पाल, पुष्कर, दीपक फुलेरा, शुभम गौड़ के हस्ताक्षर हैं।
उधर पुलिस अधीक्षक अजय गणपति का कहना है कि पुलिस ने सिर्फ कुछ जानकारी लेने के लिए पत्रकारों को बुलाया था। तहरीर के आधार पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है और नहीं कोई मुकदमा दर्ज किया गया है। किसी खबर को लेकर अगर किसी को शिकायत है, तो शिकायतकर्ता मानहानि की कार्रवाई के लिए आवेदन कर सकता है।