
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दीप पाठक ने घटिया निर्माण कार्य को बताया जिम्मेदार
डीएम को ज्ञापन दे आपदा राहत कार्यों में तेजी और घटिया निर्माण कार्यों की जांच की मांग की
देवभूमि टुडे
चंपावत/टनकपुर। जिले के मैदानी क्षेत्र में आपदा अचानक नहीं आई है। इसकी वजह उन विभागों की लापरवाही रही है, जिनकी जिम्मेदारी आपदा और बाढ़ नियंत्रण के लिए काम करना था। बाढ़ नियंत्रण के नाम पर मोटी रकम तो खर्च हुई, लेकिन जमीनी हालात नहीं बदले। इसी तरह से बारहमासी सड़क के निर्माण व मरम्मत में भी गुणवत्ता को ताख पर रख धन की बर्बादी की गई है। ये आरोप विपक्ष के किसी नेता के नहीं है, बल्कि सत्तारुढ़ पार्टी के एक पूर्व बड़े नेता ने लगाए हैं। आपदा से बचाव से लेकर बारहमासी सड़क की हालत में सुधार सहित कई मामलों को लेकर उन्होंने आज 3 सितंबर को DM को ज्ञापन दिया है।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष व पूर्व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य दीप चंद्र पाठक ने ये आरोप लगाए हैं। उन्होंने आपदा से बचाव और प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने के लिए तत्काल हर मुमकिन कदम उठाने का आग्रह किया है। कहा कि शारदा नदी से जिले के मैदानी क्षेत्र टनकपुर, बनबसा के कई हिस्सों में बाढ़, जलभराव और भूकटाव हुआ है। इससे काफी संख्या में लोग प्रभावित हुए हैं। आपदा प्रभावितों को तत्काल राहत देने की मांग की गई है। साथ ही बारहमासी सड़क को सुचारू करने के लिए सभी संभव प्रयास करने, वैकल्पिक मार्ग के रूप में दियूरी-चल्थी मोटर मार्ग पर जल्द काम शुरू करने, पूर्णागिरि मार्ग पर बाटनागाड़ का स्थाई समाधान और टनकपुर शहर में कुछ माह पूर्व हुए डामरीकरण की गुणवत्ता की जांच करने की मांग की गई है। पाठक ने समाधान नहीं होने पर न्यायालय की शरण में जाने की चेतावनी भी दी है।



