दिवाली पर्व…देर रात तक चलती रही आतिशबाजी

चंपावत जिले में उल्लास से मना दिवाली
गोवर्धन पर्व पर की गई पशुधन की पूजा
देवभूमि टुडे
चंपावत/लोहाघाट। जिले भर में दिवाली पर्व उल्लास से मना। शुक्रवार की रात लोगों ने लक्ष्मी पूजन किया और एक दूसरे को दिवाली पर्व की शुभकामनाएं दीं। देर रात तक आतिशबाजी का सिलसिला जारी रहा। शनिवार को गोवर्धन पर्व पर पशुधन की पूजा-अर्चना कर विभिन्न प्रकार के पकवान खिलाए गए।
जिले के पर्वतीय क्षेत्र में मैदानी क्षेत्र की अपेक्षा एक दिन बाद दीवाली का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। लोगों ने घरों को आकर्षक रंगीन लडिय़ों को सजाने के साथ ही दीपक और मोमबत्तियां जला कर घरों को प्रकाशमान किया। उसके बाद धन की देवी लक्ष्मी का पूजन किया गया। इस दौरान बच्चों ने परिजनों की देखरेख में आतिशबाजी का संचालन किया, जो देर रात तक जारी रहा। शनिवार को गोवर्धन पर्व पर गायों की पूजा की गई। उन्हें फूल-मालाएं पहना कर पकवान खिलाए गए।
चंपावत जिले में नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई। लोगों ने गौमाताओं का पूजन कर उन्हें विभिन्न पकवान खिलाकर उनका आशीर्वाद लिया। नेपाल सीमा से लगे मड़ पसौली स्थित मां कामधेनु वात्सल्य सेवाधाम ट्रस्ट में गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई गई। ट्रस्ट के संचालक शंकर दत्त पांडेय की ओर से गौ माताओं को सजाया संवारा गया। उन्होंने गौ माताओं की आरती उताकर उन्हें फूलों की मालाएं पहनाईं। उसके बाद उन्हें विशेष पकवान, प्रसाद, फल, मिठाई आदि खिलाया गया। गुमदेश के जिंडी गांव में पुरोहित पंडित मदन कलौनी ने पूजा-अर्चना संपन्न कराई। उन्होंने बताया कि हिंदू धर्म में गौ माता को लक्ष्मी का रूप माना जाता है, और गौ माता में कोटि देवी देवताओं का वास होता है। गौ माता सारे संकटों को दूर करती है। बताया कि गोवर्धन पर्व के दिन गौपूजन करने से भगवान श्रीकृष्ण की विशेष कृपा मिलती है।

error: Content is protected !!